इंदौर। मध्यप्रदेश के हाई प्रोफाइल हनी ट्रैप प्रकरण पर आज सूबे के लोक निर्माण (पीडब्ल्यूडी) मंत्री सज्जन सिंह वर्मा ने आरोप लगाते हुये कहा कि विशेष जांच दल (एसआईटी) द्वारा की जा रही जांच में नगरीय प्रशासन विभाग से आरोपियों ने अपरोक्ष लाभ लिये जाने के तथ्य प्रकाश में आये हैं। वर्मा ने यहाँ संवाददाताओं के प्रश्नों का उत्तर देते हुये कहा कि प्रकरण की जांच कर रहे एसआईटी प्रमुख संजीव शमी को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पूरी शक्तियाँ दे रखी हैं। वर्मा के अनुसार मुख्यमंत्री कमलनाथ ने एसआईटी प्रमुख को बगैर किसी दबाव के काम करने की आजादी दे रखी है।
उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकरण में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई शीर्ष नेताओं के शामिल होने के तथ्य सामने आये हैं। हालांकि उन्होने संदेही अथवा प्रकाश में आये हाई प्रोफाइल लोगों का नाम पूछे जाने पर दोहराया कि जांच पूर्ण हो जाने के पहले किसी का भी नाम लिया जाना उचित नहीं है। वर्मा ने झाबुआ विधान सभा उपचुनाव के संदर्भ में कांग्रेस प्रत्याशी कांतिलाल भूरिया के विजयी होने का दावा करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री कमलनाथ ने आदिवासियों को भूमाफियाओं और साहूकारों के चंगुल से बचा लेने का संकल्प लिया है। उन्होंने अपने उक्त दावे के समर्थन में तर्क देते हुये कहा कि बीते लोक सभा चुनाव में झाबुआ विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस को बढ़त मिली थी।