नई दिल्ली। लंबे समय बाद भारतीय हॉकी टीम को घरेलू कोच हरेंद्र सिंह अपनी सेवाएं दे रहे हैं। हरेंद्र वही कोच है जिन्होंने भारत की महिला हॉकी टीम को टॉप-10 में लाने में बेहतरीन भूमिका निभाई थी। हरेंद्र की नियुक्ति पर भारत के सीनियर खिलाड़ी सरदार सिंह और मनप्रीत सिंह दोनों खुश हैं। उनका कहना है कि मुख्य कोच भारतीय होने से अब बातचीत को लेकर कोई दिक्कत नहीं होती है। वैसे भी रणनीतिक तौर पर हरेंद्र सिंह किसी भी विदेशी कोच से कम नहीं हैं। इसका सीधा फायदा टीम को आगामी एशियाई गेम्स में होगा। हरेंद्र को मई में हॉकी टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया था। उनके रहते हुए भारतीय टीम पिछले महीने चैंपियंस ट्रॉफी में लगातार दूसरे साल उप-विजेता रही थी।
सरदार ने कहा, हम लंबे समय से एक दूसरे को जानते हैं। जब वो 2009 में जोस ब्रासा के साथ सहायक कोच थे, तब भी मैं खेला था। हम उनके साथ कुछ भी चर्चा कर सकते हैं। हमें यकीन है कि वह हमारे खेल को पूरी तरह से बढ़िया कर सकते हैं। उधर, मनप्रीत सिंह ने भी कहा कि हमारी ताकत आक्रमण और जवाबी हमला करना है। कोच हरेंद्र जानते हैं कि किस तरह भारत की मुख्य पावर का इस्तेमाल किया जा सकता है। वह पॉजीटिव सोच के मालिक हैं।