नई दिल्ली। भारतीय हॉकी टीम के चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने का सपना टूट गया। आॅस्ट्रेलिया ने रविवार को हॉकी चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल में भारत को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से हराकर 15वीं बार खिताब पर कब्जा किया। नीदरलैंड्स के ब्रेडा में खेले गए मुकाबले में फुलटाइम तक दोनों टीमों का स्कोर 1-1 से बराबर रहा। आॅस्ट्रेलिया की तरफ से ब्लैक गोवर्स ने 21वें मिनट में गोल किया जबकि भारत की तरफ से विवेक प्रसाद ने 42वें मिनट में गोल करके स्कोर 1-1 से बराबर किया।
पेनल्टी शूटआउट में आॅस्ट्रेलिया ने पहले आक्रमण किया। उसकी तरफ से पहला शॉट लेने आए जालेव्स्की ने शानदार गोल किया। वहीं भारत की तरफ से पहला शॉट अनुभवी सरदार सिंह लेने आए, जिन्होंने अपना शॉट सीधे आॅस्ट्रेलियाई कीपर के पैड्स पर जमाया।
आॅस्ट्रेलिया ने फिर दूसरा शॉट भी सफलतापूर्वक किया और भारत पर 2-0 की बढ़त बनाई। इसके बाद भारत की तरफ से हरमनप्रीत ने स्कोर किया, लेकिन रेफरी ने उनके शॉट को मना कर दिया क्योंकि शॉट लेने के लिए खिलाड़ी ने 8 सेकंड्स से अधिक समय लिया था। आॅस्ट्रेलिया की बढ़त 2-0 बरकरार रखी।
इसके बाद भारतीय गोलकीपर पीआर श्रीजेश ने आॅस्ट्रेलिया के स्वान की हिट रोकी और मैच में भारत की उम्मीदें बरकरार रखी। फिर मनप्रीत ने गोल करके स्कोर 1-2 किया और भारत को मैच में बनाए रखा। हालांकि, आॅस्ट्रेलिया की तरफ से जेरेमी एडवर्ड्स ने निर्णायक गोल किया और भारत का सपना तोड़ दिया। याद हो कि 2016 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भी भारत और आॅस्ट्रेलिया के बीच फैसला पेनल्टी शूटआउट से निकला था। तब आॅस्ट्रेलिया ने भारत को पेनल्टी शूटआउट में 3-1 से मात दी थी। बता दें कि गत चैंपियन और वर्ल्ड की नंबर-1 टीम आॅस्ट्रेलिया ने इससे पहले 1983, 1984, 1985*, 1989, 1990*, 1993, 1999*, 2005, 2008, 2009*, 2010, 2011, 2012* और 2016 में खिताब पर कब्जा किया था।