सीरीज। भारतीय महिला हॉकी टीम ने मेजबान दक्षिण कोरिया के साथ रविवार को आखिरी मैच में 1-1 से ड्रॉ खेला और पांच मैचों की सीरीज में 3-1 से विजयी रही। जिनचुन नेशनल एथलेटिक्स सेंटर में हुए आखिरी मैच में दोनों टीमों ने फाइनल क्वार्टर में गोल कर मैच को ड्रॉ पर समाप्त किया। भारतीय टीम की ओर से वंदना कटारिया ने 48वें मिनट में गोल कर टीम की जीत की राह बनाई लेकिन बोमी किम ने कोरियाई टीम की ओर से 50वें मिनट में गोल करते हुए मैच को बराबरी पर समाप्त करा दिया।
आखिरी मैच में के साथ भारतीय टीम ने पांच मैचों की सीरीज में 3-1 से जीत अपने नाम की। पिछले मैच में जीत के साथ सीरीज में अपराजेय बढ़त सुनिश्चित करने वाली भारतीय टीम के खिलाफ आखिरी मैच में कोरियाई टीम ने कहीं बेहतर प्रदर्शन दिखाया। पहले क्वार्टर में दोनों टीमों ने बराबरी से हमला किया। दोनों टीमों के खिलाड़यिों ने अच्छा बचाव भी किया जिससे पहले 15 मिनट का खेल 0-0 पर समाप्त हुआ।
दूसरे क्वार्टर में विश्व की नौंवें नंबर की कोरियाई टीम ने भारतीय सर्किल में काफी हमला किया और दो पेनल्टी कार्नर भी हासिल किये। लेकिन भारतीय गोलकीपर रजनी इतिमारपू ने कमाल के बचाव किये और मेजबान टीम को बढ़त नहीं लेने दी और हाफ टाइम तक कोई टीम गोल नहीं कर सकी।
भारत को 41वें मिनट में जाकर उसका पहला पेनल्टी कार्नर मिला लेकिन दक्षिण कोरियाई खिलाड़ी मिजिन हान ने उसका बचाव कर लिया। आखिरी क्वार्टर लेकिन काफी रोमांचक रहा और दोनों टीमों ने ही जीत के लिये गोल के कई मौके बनाये। भारत ने लेकिन सबसे पहले मौके का फायदा उठाया और कप्तानी रानी के पास पर वंदना ने 48वें मिनट में गोल कर टीम को 1-0 से बढ़त दिला दी।
हालांकि भारत की खुशी दो मिनट तक ही रही और मेजबान टीम के लिए बोमी ने बराबरी का गोल दाग स्कोर 1-1 कर दिया। इसके बाद मैच के शेष 10 मिनट में दोनों टीमें विजयी गोल की तलाश में संघर्ष करती रहीं। मैच के 54वें मिनट में कोरियाई टीम को पेनल्टी कार्नर भी मिला लेकिन ड्रैग फ्लिक सटीक नहीं रहा और मैच बराबरी पर समाप्त हुआ।