इपोह। भारतीय पुरुष हॉकी टीम के कोच शुअर्ड मरिने ने कहा है कि भुवनेश्वर में होने वाले विश्व कप में किसी भी टीम को हल्के में नहीं लिया जा सकता और इस टूर्नामेंट में ढिलाई की कोई जगह नहीं होगी। अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) ने इस वर्ष 28 नवंबर से 16 दिसंबर तक भारत की मेजबानी में होने वाले ओड़शिा पुरुष हाकी विश्वकप के लिए पूल और मैचों की घोषणा कर दी है जिसमें मेजबान भारत को विश्व रैंंिकग में तीसरे नंबर की टीम और ओलम्पिक रजत विजेता बेल्जियम के साथ पूल सी में रखा गया है।
इस पूल की दो अन्य टीमें 11वें नंबर की कनाडा और 15वें नंबर की दक्षिण अफ्रीका हैं। कोच ने टूर्नामेंट में हर मैच जीतने की जरूरत पर बल देते हुए कहा, यह विश्व कप है और हर टीम जीतने के उद्देश्य से आएगी। इसलिए हम कभी नहीं कहेंगे कि हम दावेदार हैं या पूल बहुत मुश्किल है। हमें हर विपक्षी टीम का सम्मान करना होगा। विश्व कप में रैंकिंग मायने नहीं रखती है। हमें अपने प्रदर्शन पर ध्यान केंद्रित करना होगा और यह सुनिश्चित करना होगा कि हम हर मैच जीतें तभी जाकर हम विश्व कप जीत पाएंगे।
भारत का पहला मुकाबला 28 नवंबर को दक्षिण अफ्रीका से होगा। भारत फिर दो दिसंबर को बेल्जियम से और आठ दिसंबर को कनाडा से खेलेगा। 16 टीमों को चार-चार ग्रुपों में बांटा गया है। हर पूल की शीर्ष टीम क्वार्टरफाइनल में पहुंचेगी जबकि हर पूल की दूसरे और तीसरे नंबर की टीम क्रास मैच 10 और 11 दिसंबर को खेलेगी और विजेता टीम को क्वार्टरफाइनल में स्थान मिलेगा।