भुवनेश्वर। जापान से पहले मैच में मिली कड़ी चुनौती से सतर्क भारतीय हॉकी टीम चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला के यहां होने वाले दूसरे मैच में केवल जीत का लक्ष्य लेकर मैदान पर उतरेगी।
भारत के लिए चार मैचों की श्रृंखला की शुरूआत अच्छी नहीं रही। उसका रक्षण अच्छा नहीं रहा और उसे यह मैच 1-1 से ड्रा खेलना पड़ा। कप्तान सरदार सिंह को उम्मीद होगी कि उनकी टीम इससे बेहतर प्रदर्शन करेगी।
भारतीय खिलाड़ियों को अब जापान के लंबे पास का जवाब ढूंढना होगा और इसके साथ ही गोल करने के अधिक से अधिक अवसर भी तलाशने होंगे।
पेनल्टी कार्नर में भारत अपने प्रतिद्वंद्वी से मजबूत है तथा वी आर रघुनाथ, बीरेंद्र लाकड़ा और कप्तान सरदार सिंह जैसे विशेषज्ञ खिलाड़ियों की मौजूदगी में भारत अधिक से अधिक पेनल्टी कार्नर को गोल में बदलने का माद्दा रखता है।
जापान एक भी पेनल्टी कार्नर को गोल में नहीं बदल पाया। उसके लिए गोलकीपर पी आर श्रीजेश को छकाना आसान नहीं रहा।
भारत और जापान दोनों अब कल अपनी रणनीति बदलकर खेलेंगे। भारत जहां अपने रक्षण में सुधार करना चाहेगा वहीं जापान पेनल्टी कार्नर के कौशल को निखारने की कोशिश करेगा।