लखनऊ। विकास दहिया की शानदार गोलकीपिंग की बदौलत भारत ने पेनॉल्टी शूटआउट में आॅस्ट्रेलिया को 4-2 से हराकर हॉकी जूनियर वर्ल्ड कप के फाइनल में प्रवेश किया। अब भारत का मुकाबला रविवार को बेल्जियम से होगा।
भारत ने पिछली बार 2001 में खिताब जीता था और आखिरी बार 2005 में नीदरलैंड्स के रोटर्डम में हुए विश्व कप में उसने सेमीफइनल में जगह बनाई थी, जबकि बेल्जियम ने पहली बार फाइनल में जगह बनाई। 15 वर्ष बाद खिताब जीतने के लक्ष्य के साथ उतरी भारतीय जूनियर टीम उम्दा प्रदर्शन किया और मैच के फुल टाइम तक दोनों टीमें 2-2 से बराबर थीं। इसके बाद पेनल्टी शूटआउट से इसका फैसला हुआ।
तीन शूटआउट रोके
पेनॉल्टी शूटआउट के दौरान भारत के विकास दहिया ने शानदार खेल दिखाया और आॅस्ट्रेलिया के पहले 5 में से 3 पेनॉल्टी शूटआउट को शानदार तरीके से रोक मैच में जीत दिला दी। वहीं भारत ने अपने चार के चार स्ट्रोक पर गोल दागे। विकास को उनकी शानदार गोलकीपिंग के लिए मैन आॅफ द मैच चुना गया।
42वें मिनट में मिली बराबरी
मैच की शुरुआत से ही आॅस्ट्रेलिया दबदबा बनाए रखा था। पहले हॉफ में टॉम क्रैग के गोल के सहारे वह 1-0 से आगे था। दूसरे हॉफ में भारत ने शानदार वापसी की। 42वें मिनट में गुरजंत सिंह ने शानदार गोल कर टीम को बराबरी दिलाई। इसके छह मिनट बाद मनदीप सिंह ने एक और शानदार मैदानी गोल दाग भारतीय टीम को 2-1 की अहम बढ़त दिला दी। भारत की यह बढ़त ज्यादा देर तक कायम नहीं रह पाई, जब मैच खत्म होने के 12 मिनट पहले डिफेंस की गलती का फायदा उठाते हुए आॅस्ट्रेलियाई खिलाड़ी शार्प ने गोल दाग कर स्कोर 2-2 कर दिया।
एशिया कप हॉकी में जीती महिला टीम
बैंकॉक। संगीता कुमारी की शानदार हैट्रिक के दम पर भारतीय अंडर-18 महिला हॉकी टीम ने शुक्रवार से शुरू हुए चौथे महिला एशिया कप में चीनी ताइपे को 4-0 से हराकर जीत से शुरुआत की। भारत ने दूसरे ही मिनट में लीलावती मालमादा जया के पेनॉल्टी कॉर्नर पर किए गए गोल से बढ़त बनाई। संगीता कुमारी ने 37वें, 45वें तथा 65वें मिनट में तीन गोल कर विपक्षी को पस्त कर दिया।