लंदन। गोलकीपर लोवेल टेलर के शानदार रक्षण के सहारे आॅस्ट्रेलिया ने एक बार फिर अपना दबदबा कायम रखते हुए चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट का खिताब जीता। यह 14वां मौका है, जब आॅस्ट्रेलिया ने चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीता। इससे पहले वह टूर्नामेंट की शुरुआत से 13 बार खिताब जीत चुका है। शुक्रवार को खेले गए मुकाबले में आॅस्ट्रेलिया ने भारत को पेनॉल्टी शूट आउट में 3-1 से हराया। निर्धारित समय तक दोनों टीमें कोई गोल नहीं कर सकी और परिणाम के लिए पेनॉल्टी शूट आउट का सहारा लेना पड़ा, जिसमें आॅस्ट्रेलिया विजयी रहा। यह टूर्नामेंट में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन था। हालांकि इस हार से उसे रजत पदक से संतोष करना पड़ा। इससे पहले भारत ने 1982 में कांस्य पदक जीता था। दो महीने पहले सुल्तान अजलान शाह कप में आॅस्ट्रेलिया ने भारत को दो मैचों में हराया था, लेकिन इस बार भी भारतीय टीम आॅस्ट्रेलिया से हार का बदला नहीं ले सकी।
निर्धारित समय तक कोई गोल नहीं
निर्धारित समय तक दोनों टीमों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला। दोनों टीमों के खिलाड़ियों ने एक-दूसरे पर हमले बोले, लेकिन कोई गोल करने में कामयाब नहीं रहा। भारत को भी गोल करने के कई मौके मिले, लेकिन वे इन मौकों का भूना नहीं पाए।
श्रीजेश का शानदार प्रदर्शन
भारत की ओर से गोलकीपर श्रीजेश ने शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने मध्यांतर तक आॅस्ट्रेलिया के छह गोलों का नाकाम किया। इस दौरान आॅस्ट्रेलिया को एक पेनॉल्टी स्ट्रोक भी मिला, लेकिन वह गोल नहीं कर सका।
कंगारूओं का दबदबा कायम रहा
साल 1978 में शुरू हुए इस टूर्नामेंट में आॅस्ट्रेलिया का वर्चस्व रहा है। यह आॅस्ट्रेलिया का 14वां खिताब है। इससे पहले उसने यह खिताब 1983 के बाद से कुल 13 बार जीते हैं। इसके अलावा वह 10 बार उपविजेता रहा है। 5 मौकों पर इस टीम ने कांस्य पदक भी जीते हैं।
1982 में जीता था कांस्य पदक
भारत ने 1982 में पाकिस्तान को हराकर कांस्य पदक जीता था। भारत 7 बार चौथे स्थान पर रहा है। पिछले साल भुवनेश्वर में हुए टूर्नामेंट में भी भारत आॅस्ट्रेलिया से ही 2-1 से हराकर चौथे स्थान पर रहा था।
चैंपियंस ट्रॉफी के इतिहास में दोनों ही टीमें 15 बार आमने-सामने हुई हैं। इनमें से 11 बार आॅस्ट्रेलिया, जबकि दो बार भारतीय टीम जीत सकी है। भारतीय टीम अंतिम बार 2002 में जीती थी।
1980 के मॉस्को ओलिंपिक में भारत अंतिम बार हॉकी का गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहा था।
इस बार चैंपियन्स ट्रॉफी में 6 टीमों ने हिस्सा लिया था।
छह देशों के राउंड रॉबिन टूर्नामेंट की शुरुआत के बाद 36 साल में भारत पहली बार फाइनल में पहुंचा था।
भारत अब तक सिर्फ एक बार 1982 में एम्सटर्डम में कांस्य पदक जीत सका है।