नई दिल्ली। एशियाई हाकी को बचाए रखने के लिए भारत और पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय श्रृंखलाओं को जरूरी बताते हुए पाकिस्तान के अनुभवी गोलकीपर इमरान बट ने कहा कि चैम्पियंस ट्राफी 2014 की घटना को भुलाकर दोनों देशों को एक दूसरे के खिलाफ खेलना चाहिए।
यहां 12वें दक्षिण एशियाई खेलों में भाग लेने आई पाकिस्तानी टीम के अहम सदस्य बट ने कहा चैम्पियंस ट्राफी के दौरान जो हुआ, वह नहीं होना चाहिए था लेकिन उसमें युवा खिलाड़ी शामिल थे जो टीम में नए आए थे। वे अति उत्साह में आ गए थे लेकिन उस घटना को भुलाकर हमें आगे बढना चाहिए।
उन्होंने कहा मैदान पर कई घटनायें हो जाती है लेकिन उन्हें पकड़कर नहीं बैठा जा सकता। उस घटना के बाद हमने और टीम प्रबंधन ने भी माफी मांगी थी। उसे भुलाकर भारत और पाकिस्तान को द्विपक्षीय हाकी बहाल करनी चाहिए वरना एशियाई हाकी का मजा खत्म हो जाएगा।
भुवनेश्वर में चैम्पियंस ट्राफी 2014 के सेमीफाइनल में भारत को हराने के बाद पाकिस्तानी खिलाड़ियों ने दर्शकों की ओर अभद्र इशारे किए थे। इसके बाद से दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय हाकी नहीं हुई है। हाकी इंडिया लीग में पाकिस्तानी खिलाड़ियों की भागीदारी पर जोर देते हुए ओलंपियन बट ने कहा कि इससे लीग की लोकप्रियता बढेगी।
उन्होंने कहा पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेलने से एचआईएल की रेटिंग बढेगी और आयोजकों को भी फायदा होगी। भारत और पाकिस्तान के खिलाड़ियों का आपस में जितना अच्छा तालमेल होगा, उतना यूरोपीय खिलाड़ियों के साथ नहीं होगा। खेल को राजनीति से अलग रखना चाहिए।