नई दिल्ली। भारतीय हॉकी कप्तान मनप्रीत सिंह ने कहा है कि टीम को ओड़िशा विश्व कप की निराशा को भूलकर आगे बढ़ना होगा और 2020 टोक्यो ओलम्पिक का टिकट हासिल करने पर ध्यान लगाना होगा। भारत को गोल्ड कोस्ट राष्ट्रमंडल खेलों में चौथा स्थान और जकार्ता एशियाई खेल में कांस्य पदक मिला जबकि साल के अंत में विश्व कप के क्वार्टर फाइनल मैच में उसे हॉलैंड के हाथों 1-2 से हार का सामना करना पड़ा। मस्कट में एशियाई चैंपियंस ट्रॉफी में भारत को संयुक्त रूप से स्वर्ण पदक मिला।
इसके अलावा साल की शुरुआत में एफआईएच चैंपियंस ट्रॉफी में भारत ने रजत पदक जीता था जिसके बाद विश्व रैंकिंग में भारतीय टीम छठे से पांचवें नंबर पहुंची थी। मनप्रीत को विश्व कप के अंतिम चार में पहुंचने के लिए घरेलू समर्थन का फायदा ना उठाने का पछतावा अब भी हैं। मनप्रीत ने टूर्नामेंट को याद करते हुए कहा, जहां तक हमारे प्रदर्शन की बात है हम घर में खेलने का फायदा ना उठा पाने की वजह से काफी निराश हैं। हमने पूल में शीर्ष स्थान हासिल किया था और क्वार्टरफाइनल में हॉलैंड के खिलाफ बहुत सकारात्मक जा रहे थे। निस्संदेह मैच काफी रोमांचक था लेकिन क्वार्टरफाइनल में हार की वजह से मैं व्यक्तिगत रूप से काफी निराश हूं।
कप्तान ने कहा, हमने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया, खास तौर पर उन खिलाड़ियों ने जो पहली बार विश्व कप खेल रहे थे। भुवनेश्वर में हुए टूर्नामेंट से सबने बहुत कुछ सीखा हैं जो आगे आने वाले मैचों में बेहद काम आएगा। खास तौर पर उन खिलाड़ियों के लिए बेहद फायदेमंद है जो हाल में जूनियर टीम से सीनियर टीम में शामिल हुए हैं। जो अनुभव हमने विश्व कप में पाया है वह आगे आने वालो मैचों में लाभकारी साबित होगा।