आज सभी को सही लाइफस्टाइल की परेशानी बनी हुई है, क्योंकि हम अपनी रोजमर्रा की जिंदगी में स्वास्थ्य के प्रति लापरवाह होकर न जाने कितनी बीमारियों को गले लगा लेते हैं, इसलिए रोजाना ग्रीन टी का प्रयोग करने से यह कई बीमारियों से मुक्ति दिलाएगी। मोटापा, तनाव, डाइजेशन को सही करने के साथ ही यह आपको फिट रखेगी और पुरानी बीमारियों से लड़ने में मदद करेगी।
न्यूट्रीशियनिस्ट डॉ. रक्षा गोयल ने बताया कि इंडियन मेडिकल थैरेपी में ग्रीन-टी या हरी चाय को काफी फायदेमंद माना जाता है। इससे ब्लड प्रेशर कंट्रोल, टाइप-2 शुगर, एल्जाइमर, मानसिक स्वास्थ्य में सुधार करने में मदद मिलती है। यह बॉडी टेम्प्रेचर को भी मैनेज करती है।
यह हैं फायदे
वेट लॉस- इसे रोजाना पीने से शरीर में वसा कम होता है, जिससे पेट की चर्बी घटती है।
स्ट्रांग हेयर एंड टीथ- ग्रीन टी में शामिल आॅक्सीडेंट्स से बाल गिरना कम होते हैं, सुंदर व चमकदार होते हैं, वहीं दांत भी कीड़ा लगने से बचे रहते हैं।
शुगर कंट्रोल- शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है, वहीं इसके रोजाना सेवन से कोलेस्ट्रोल भी कम होता है।
ह्रदय रोग से बचाव
ग्रीन टी नसों में खून के थक्के बनने से रोकती है, जिससे हार्टअटैक से बचा जा सकता है। इसमें मौजूद कैटेचिन से ह्रदय रोग से मृत्यु दर कम होती है, परंतु यदि किसी व्यक्ति को ब्लड कम पतला करने की दवाई चल रही है, तो उसे दो कप से ज्यादा ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए।
- यादाश्त को बढ़ाने में मददगार।
- स्किन को ग्लोइंग बनाती है।
- उम्र कम दिखाती है।
- इम्युनिटी को मजबूत बनाती है।
कुछ नुकसान भीग्रीन टी से कुछ नुकसान भी होते हैं, क्योंकि इसमें कैफिन होता है। किसी के भी लिए पांच कप से अधिक ग्रीन टी पीना नुकसानदायक हो सकता है।
- पेट की खराबी
- उल्टी
- नींद ज्यादा आना
- नींद कम आना
- चक्कर आना
यह सावधानियां रखें
- उठते ही और नाश्ते के साथ इसे नहीं लेना चाहिए।
- नाश्ते और दोपहर के भोजन के एक घंटे बाद ग्रीन टी न लें।
- लेट नाइट ग्रीन टी नहीं पीना चाहिए, क्योंकि
यह कैफिन कम कर सकती है।
- एक्सरसाइज से पहले इसे जरूर पिएं, इससे स्टेमिना बढ़ेगा।
- यदि कोई डायबिटिक हो तो वह इसे पी सकता है, किंतु प्लेन/ नीबू/ मुलेठी या अदरक के साथ। डायबिटिक को हनी के साथ नहीं लेना चाहिए।
- साधारण व्यक्ति 4-5 कप ग्रीन टी का सेवन कर सकता है।
- यदि किसी को लीवर या किडनी की प्रॉब्लम है तो वह दो कप से अधिक ग्रीन टी का सेवन न करे।
- प्लेन ग्रीन टी में थोड़ा गुड़ डालकर भी पी सकते हैं।
ऐसे जानें सही ग्रीन टी
बाजार में इन दिनों कई प्रकार की ग्रीन टी आ गई है, जिससे लोगों को सही ग्रीन टी की पहचान करने में समस्या आ रही है। इसके लिए आपको यह सतर्कता रखनी है कि यदि आप कोई भी प्लेन या फ्लेवर्ड ग्रीन टी खरीदने जाते हैं, उसकी सामग्री पर विशेष ध्यान दें कि उसमें कैफीन की मात्रा 2-4 प्रतिशत तक होना चाहिए, क्योंकि इससे ज्यादा कैफीन हमारे शरीर के लिए नुकसानदायक होता है।