महिलाओं में मासिक धर्म या पीरियड्स की समस्या उनकी लाइफरूटिन का हिस्सा हैं। पीरियड्स का समय हर महिला के लिए सबसे कष्टदायक होता है। इस दौरान महिलाएं थकान और सुस्ती का अनुभव करती हैं। कुछ महिलाओं को इस दौरान चिड़चिड़ापन और डिप्रेशन भी हो जाता है। मगर क्या आप जानते हैं कि अशोक का पेड इन दिनों में आपको इस असहनीय पीडा से निजात दिला सकता हैं। आयुर्वेद में अशोक के पेड़ को औषधि के तौर पर जाना जाता हैं। पूरे साल सदा हरा−भरा रहने वाले इस पेड़ में कई खूबियां समाहित हैं। आईये बतातें हैं इसके अन्य लाभों के बारें में....
पौराणिक काल से ही अशोक के पेड को सजावट और पूजा-पाठ में काम में लिया जाता हैं आमतौर पर अशोक के पेड की छाल बतौर दवा के काम में ली जाती हैं। आयुर्वेद के अनुसार अशोक का रस कड़वा होता है मगर इसकी तासीर ठंडी बेहद होती है।
सूजन को कम करने और जख्म को भरने के लिए इस पेड की छाल काफी फायदेमंद होती हैं। पेट के रोगों और रक्त विकारों में भी ये काफी लाभदायक माना जाता हैं। अगर आप बुखार से पीडित हैं या जोड़ों के दर्द एवं गर्भाशय की शिथिलता को दूर करना चाहती हैं तो आयुर्वेद में अशोक को इसका बेहतरीन विकल्प माना जाता हैं।
अधिकतर महिलाओं को मासिक धर्म या पीरियडस में काफी दिक्कतों का सामना करना पडता हैं, पीरियड के दर्द में ये पेड काफी कारगर साबित होता हैं। दरअसल एक्सपर्टस का मानना हैं कि अशोक की छाल से बनी दवा का असर पेट के निचले हिस्सों में होता है, जिन कारणो से पीरियड में होने वाले दर्द में ये एक रामबाण औषधी का काम करता हैं।