इलायची सिस्टोलिक और डायस्टोलिक को कम करने में भी सहायक है, इनसे ब्लड प्रेशर लेवल प्रभावित होता है। अगर आप हर वक्त इलायची नहीं चबा सकते तो आप इसको चाय में डाल कर उपयोग कर सकते हैं। रिसर्च के अनुसार अगर इलायची के पाउडर का सेवन किया जाए तो, पेट की चर्बी को कम किया जा सकता है। इसको नियमित रूप से लेने से शरीर पर कोई बुरा असर भी नहीं पड़ता।
पाचन तंत्र होता है मजबूत
यदि आपको पाचन से जुड़ी समस्या या बदहजमी है तो आपको इलायची का सेवन करना चाहिए। अपने पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और डिटोक्सिफाई करने के लिए वैकल्पिक रूप से हररोज़ सुबह इलायची की चाय पी सकते हैं। दो से तीन इलायची, अदरक का एक छोटा सा टुकड़ा, थोड़ी सी लौंग और धनिया के कुछ बीज लें। इन्हें अच्छी तरह से पीसकर गर्म पानी के साथ खाएं। अपच, सूजन और गैस के लिए यह एक त्वरित उपचार है।
हेल्दी हार्ट
अपने हृदय के स्वास्थ्य लाभ के लिए अपने दैनिक भोजन में इलायची को शामिल करें या फिर केवल इलायची वाली चाय पीते रहें। हाई ब्लड प्रेशर को मेंटेन करने में यह बेहद ही सहायक है।
मुंह की दुर्गंध
भोजन के बाद एक इलायची जरूर चबाना चाहिए। इससे मुंह की दुर्गंध को दूर तो करता ही है, साथ ही आपके पेट से जुड़ी कई समस्यों को दूर करने में भी कारगर साबित हो सकता है।
सांस की बीमारी
यदि आपको सर्दी, खांसी या छाती में जमाव है तो इन लक्षणों से राहत दिलाने के लिए इलायची सबसे बेहतर प्राकृतिक उपचार है। आपको केवल इतना करना है कि भाप लेते समय गर्म पानी के बर्तन में इलायची के आवश्यक तेल की कुछ बूंदें डालें।
एसिडिटी
नियमित रूप से हर बार भोजन के बाद इलायची चबाएं। एसिडिटी को दूर करने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप खाने के एकदम बाद बैठने से बचें, इसके बजाय इलायची चबाते हुए कुछ देर सैर करें जिससे आप बेहतर महसूस करेंगे।