दिन भर की थकान को मिटाने के लिए सोना बहुत जरूरी है। सोने से हमारे शरीर को आराम मिलता है और कई बीमारियों का खतरा भी नहीं रहता। लेकिन ये सोना अगर रात में हो तो ही ठीक है। सुबह देर तक सोने से याददाश्त कम होती है।
डेली मेल की रिपोर्ट के मुताबिक सुबह देर तक सोने से दिमाग पर गहरा असर पड़ता है। इससे न सिर्फ याददाश्त कमजोर होती है बल्कि तनाव की स्थिति बढ़ती है और दिमाग सिकुड़ता भी है। सुबह देर तक सोने से दिमाग पर असर पड़ने के साथ-साथ और भी कई सारी बीमारियां होती हैं। इसलिए कहा भी गया है कि 'अर्ली टू बेड एंड अर्ली टू वाइज'।
देर तक सोने से होती हैं ये बीमारियां
रात में कम से कम 8 घंटे सोना चाहिए। लेकिन सुबह देर तक सोने से वजन तेजी से बढ़ता है।
सुबह देर तक सोने की वजह से दिमाग में स्ट्रेस हार्मोन बढ़ने लगते हैं, जिससे चिड़चिड़ापन होता है। इस स्थिति में व्यक्ति डिप्रेशन का शिकार हो जाता है।
हर सुबह देर से उठने का सीधा असर दिल पर पड़ता है। इससे दिल की बीमारी होने का खतरा रहता है।
शरीर के लिए ज्यादा आराम भी हानिकारक है। इससे मांसपेशियों पर बुरा असर पड़ता है। यही कारण है कि सुबह देर तक सोने पर पीठ दर्द और पीठ में अकड़न की समस्या होती है।