मां बनने का अहसास बहुत ही खूबसूरत और आनंददायी होता है, जिसे हर औरत पाना चाहती है। 9 माह के बाद वह एक नई जिंदगी को जन्म देती है। इस गर्भावस्था के दौरान उसके शरीर में कई तरह के बदलाव आते हैं जो उसे अलग तरह के अहसास का ही अनुभव करवाते हैं। कई बार महिलाओं को इस दौरान सेहत से जुड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। बहुत सी प्रेग्नेंट महिला को सुबह के समय घबराहट महसूस होती है। इसके अलावा ब्लड प्रेशर कम या ज्यादा, कमर दर्द, कब्ज, पैरों में दर्द, चक्कर आना, अपच, नींद ना आना, मॉर्निंग सिकनेस, पैरों की सूजन, खून की कमी जैसी परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। वहीं कुछ महिलाओं को ब्यूटी संबंधी काफी दिक्कतें आती हैं। बाल झड़ने चेहरे पर झाइयां, काले धब्बे पड़ जाते हैं। इसी समय महिला के शरीर खासकर पेट पर स्ट्रेच मार्क के निशान भी पड़ते हैं। आज हम टिप्स बताते हैं जो गर्भवती महिला के बहुत काम आएंगे।
चंता या घबराहट - गर्भावस्था में घबराहट होना आम बात है जब घबराहट हो तो छाती के बीच गोलाई में मसाज करें। गहरी सांस लें और छोड़ें। इससे नसें शांत होती हैं और घबराहट दूर हो जाती है। यह नेगेटिव इमोशनस को दूर करने का प्राकृतिक तरीका है।
तृष्णा- इस अवस्था में महिला की किसी चीज को खाने की तृष्णा बहुत ज्यादा हो जाती है। कई बार तो यहपोषक की बजाए अस्वस्थ भोजन खाने की होती है। अगर आप शुरू से संतुलित और पोषित खाना खाएंगे तो इस तरह की तृष्णा खत्म हो जाती है।
कमर दर्द- कमर दर्द की परेशानी बहुत सारी महिलाओं को रहती है। मांसपेशियों के दर्द राहत पाने के लिए पानी में अदरक का रस मिलाकर स्नान करें। रीढ़ की हड्डी पर अपने हाथ की मदद से हल्का- सा दबाव डालें। इससे बहुत आराम महसूस करेंगी।
मॉर्निंग सिकनेस- बहुत सारे औरतों को सुबह के समय कमजोरी का अहसास होता है और मतली आती है। उल्टी को रोकने के लिए शुन्या मुद्रा का अभ्यास करें।