वैसे तो बरसात का मौसम सबको बहुत पसंद आता है, खासतौर पर बच्चे तो बारिश होते ही खिल उठते हैं और भीगने को आतुर हो जाते हैं, परंतु इन दिनों में बीमारियां भी जल्दी फैलती है। छोटे बच्चों का इम्यूनिटी सिस्टम पूरी तरह से विकसित नहीं होता, इसलिए उनके बीमार होने का खतरा भी ज्यादा होता है। अगर आपका बच्चा छोटा है तो पेरेंटस को अपने बच्चों का खास ख्याल रखना चाहिए।
आहार
अपने बच्चे को ऐसे आहार दें जो उसके लिए पौष्टिक हो। उसे घर का बना खाना ही खिलाएं और बच्चे के खाने को ढक कर रखें। बचा हुआ खाना बाद में न खिलाएं।
साफ-सफाई
घर की सफाई का अच्छे से ख्याल रखें। इस मौसम में बीमारियां होने का डर ज्यादा होता है। घर के दरवाजों के आगे डोर मैट रखें और गंदे जूते-चपलों को अंदर न आने दें। बच्चों के खिलौने और कपड़ों को साफ रखें।
उबला पानी पिलाएं
बच्चे को उबला हुआ पानी ठंडा करके पिलाएं और अच्छा होगा अगर उसमें थोड़ी सी अजवाइन भी मिला दें। इससे पेट की समस्या नहीं होगी। बच्चा अगर बोतल से पानी पीता है और आधा पानी छोड़ देता है तो उसे रखें नहीं फेंक दें।
पूरे कपड़े पहनाएं
मानसून में तापमान कम हो जाता है लेकिन जब धूप होती है तो बहुत तेज होती है। तापमान में होने वाला ये परिवर्तन बच्चे के लिए खतरा हो सकता है। इस मौसम में बच्चों को सर्दी-जुकाम और बुखार जल्दी ही हो जाता है। ऐसे में उन्हें पूरे कपड़े पहनाएं।
फल
बच्चों को जब भी फल खिलाएं तो पहले उन्हें अच्छे से धो लें। उनको मौसमी फल जैसे मौसमी और संतरे जरूर दें। इनमें विटामिन सी होता है जो इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करता है।