हैल्थ डेस्क। गुर्दे की पथरी की समस्या बहुत आम बात है। हर साल बड़ी संख्या में लोगों को इसकी वजह से अस्पताल में भर्ती होने की नौबत आती है। आम तौर पर तीव्र दर्द उठने से समस्या के बारे में पता चलता है।
लेकिन यह समस्या कोई रातों-रात उठ खड़ी नहीं होती है। लंबे समय तक विभिन्न प्रकर के खनिज तत्वों के अंश गुर्दे की नलिकाओं व मूत्रवाहिनी में जमा होते जाते है और कठौर होकर पथरी का रूप ले लेते हैं।
हाल ही में कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी के सोधार्थियों ने पाया है कि पथरी के निर्माण में जिंक (जस्ता) की बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका होती है। जिन लोगों के शरीर में जिंक की मात्रा अधिक होती है, उनके गुर्दों में पथरी बनने की संभावना अधिक होती हैं।
साथ ही शोधर्कताओं ने स्पष्ट किया है कि ऐसा नहीं है कि जिंक हमारे स्वास्थय के लिए हानिकारक होता है। यह तो हमारे आहार का एक अहम अंग है। यदि शरीर में इसकी कमी हो जाए तो रोध प्रतिरोधक प्रणाली कमजोर पड़ सकती है। समस्या तो तब खड़ी होती है जब शरीर में जंक की मात्रा अधिक हो जाती हैं।