मिनरल्स से भरपूर पुदीना विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है। इसकी कई वैरायटी हैं, जिसमें पिपरमिंट और स्पीयरमिंट सबसे ज्यादा उपयोग में लाया जाता है। आयुर्वेद में पुदीने को वायुनाशक जड़ी-बूटी के रूप में देखा जाता है, जो सीने में जलन, मितली आदि में राहत देता है। इसके पत्ते को चबाकर खाने से पेट दर्द और आंतों की ऐंठन में आराम मिलता है।
इन सबके अलावा पुदीने के और भी कई लाभ है। गर्मीयों में पुदीने की चाय पीने से हमें कई फायदे हो सकते है। आइए जाने मिंट टी के लाभ-
1. स्वस्थ पाचन तंत्र पुदीना हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ बनता है, यह पेट में बनाने वाली गैस और दर्द को भी खत्म करता है। साथ ही पाचन क्रिया को सुधरता है और भोजन को पचाने में भी मदद करता है।
2. मतली और चक्कर की परेशानियों से राहत बहुत से लोगों को कार, बस, और ट्रेन में चक्कर और मतली कि परेशानी होती है। इससे बचने के लिए एक कप गर्म पुदीने कि चाय ही काफी है इसकी खुशबू आपको तरो ताज़ा रखती है और पेट कि परेशानियां जैसे पेट दर्द और दस्त से दूर रखती है।
3. पुदीना पिंपल्स में बहुत लाभदायक होता है। इसमें मेंथोल होता है जो त्वचा को ठंडक देता है, इसकी शीतलता तैलीय त्वचा को सॉफ्ट बना देती है।
4. त्वचा की जलन कम करता है अगर आपकी त्वचा बहुत ज्यादा संवेदनशील और उसमें जलन और एलर्जी हो जाती है तो एक कप पुदीना की चाय बहुत ज्यादा लाभदायक सिद्ध होगी। यह चकत्ते, जलन, कीड़े के काटने, खुजली और त्वचा में सूजन जैसी त्वचा समस्याओं का इलाज करने में भी सहायक है।
5. गर्मी के मौसम में लू लगने से बचने के लिए पुदीने की चटनी को प्याज डालकर बनाएं। अगर इसका सेवन नियमित रूप से किया जाए तो लू लगने की आशंका खत्म हो जाती है।
6. त्वचा के तेल को कम करता है त्वचा में अधिक तेल होने से उसमें गंदगी और अन्य जीवाणु जमा होने लगता ते हैं, पुदीना में पाए जाने वाले मेंथोल, त्वचा के तेल को कण्ट्रोल करता है और आपको आयल फ्री त्वचा प्रदान करता है।
7. बालों को खूबसूरत बनाता है पुदीने की चाय के नियमित इस्तेमाल से बाल खूबसूरत होने लगते हैं। इससे बालों की जड़ों में रक्त का प्रवाह अच्छा होता है और बालों को बढ़ने में मदद करता है। पुदीने की चाय में कुछ ऐसे भी गुण होते हैं जिससे बालों में चमक और वह घने हो जाते हैं।
8. एक गिलास पानी में 8-10 पुदीने की पत्तियां, थोड़ी-सी काली मिर्च और जरा सा काला नमक डालकर उबालें। 5-7 मिनट उबालने के बाद पानी को छानकर पिएं, खांसी, जुकाम और बुखार से राहत मिलेगी।