ब्रोकली में कमाल के पौष्टिक गुण होते हैं। ब्रोकली में प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाईड्रेट, आयरन, विटामिन ए और सीए क्रोमियम भारी मात्रा में पाया जाता है। इसमें मौजूद मिनरल्स और इंसुलिन से ब्लड शुगर का स्तर सामान्य होता है। ब्रोकली में बीटा-कैरोटीन होता है जो आंखों में मोतियाबिंद और मस्कुलर डिजेनरेशन होने से रोकती है। ब्रोकली में कैल्शियम, फास्फोरस, मैग्नीशियम और जिंक होता है, जो हड्डियों को मजबूत बनाता है। ब्रोकली शरीर को एनीमिया और एल्जाइमर से बचाती है।
दिल की बीमारियों से सुरक्षा
ब्रोकली में कैरोटीनॉयड ल्यूटिन मौजूद होता है। ये दिल की धमनियों को मोटा होने से रोकता है। इससे हार्ट अटैक और अन्य हार्ट संबंधी बीमारियों का खतरा टल जाता है। इसमें जो फाइबर, क्रोमियम और पोटेश्यिम होता है, वो कोलेस्ट्रोल के स्तर को कम कर देता है और ब्लड प्रेशर को भी नियंत्रित करता है।
कैंसर के खतरे के कम करता है
ब्रोकली कैंसर के खतरे को कम करती है। ब्रोकली में फिटाकेमिकल अधिक मात्रा में होता है। जब ब्रोकली को खाते हैं तो इसके एंजाइम्स आपके सिस्टम का हिस्सा बन जाते हैं। ये हार्मोन कैंसर से बचाने में काफी मददगार होते हैं। ब्रोकली में मौजूद तत्व शरीर को डिटॉक्सीफाई होने में मदद करते हैं। इससे शरीर से विषैले पदार्थ बाहर निकल जाते हैं और शरीर बैक्टीरिया से बचा रहता है।
डिप्रेशन से बचाव
फोलेट की कम मात्रा लेने वाले लोगों में डिप्रेशन का खतरा अधिक होता है। ब्रोकली विटामिन बी फोलेट की अच्छी स्रोत मानी जाती है। विटामिन बी फोलेट मूड बेहतर करती है। ब्रोकली खाने से न केवल डिप्रेशन से बचा जा सकता है, बल्कि कमजोर स्मरण शक्ति, थकान में भी ब्रोकली बहुत फायदा पहुंचाती है।
कमजोर इम्यूनिटी सिस्टम
ब्रोकली में विटामिन सी की भरपूर मात्रा होती है। विटामिन सी शरीर में इम्यून सिस्टम को मजबूत करने और इन्फेक्शन से लडऩे में मदद करता है। ब्रोकली शरीर से टॉक्सिन्स को बाहर करते हैं, जिससे सर्दी-जुकाम से भी बचाव होता है।
गर्भवती महिलाओं के लिए फायदेमंद
ब्रोकली को नियमित रूप से अपने आहार में शामिल करने से गर्भवती महिलाओं को मदद मिलती है। यह फोलेट का अच्छा स्रोत है जो भ्रूण में मस्तिष्क संबंधी दोषों को रोकने में मदद करता। गर्भवती महिलाओं को ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा भी ज्यादा होता है, ब्रोकली इस खतरे को भी कम करती है।