नई दिल्ली। डॉक्टरों का कहना है कि स्मोकिंग छोड़ देने भर से कैंसर का खतरा खत्म नहीं होता। जिन लोगों ने सालों स्मोकिंग की है, उन्हें कई सालों बाद भी कैंसर हो सकता है। लिहाजा हर साल चेस्ट का सीटी स्कैन करवाना जरूरी है।
स्मोकिंग छोड़ने के 15 साल बाद फिर हुआ कैंसर- बीएलके सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल के कैंसर एक्सपर्ट डॉक्टर सुरेंद्र कुमार डबास ने बताया, राम मेहर को 2004 में गले का कैंसर हुआ था। इलाज के बाद वो ठीक हो गए थे और उन्होंने स्मोकिंग छोड़ दी थी। लेकिन अब 2019 में उन्हें फिर से कैंसर हुआ है। उन्हें लंग्स और सांस की नली में प्राइमरी स्टेज पर कैंसर का पता चला है। कीमोथेरपी और रेडिएशन की मदद से इलाज किया जा रहा है।
पेट रहेगा साफ- अगर आपका पेट साफ नहीं हो पाता और लगातार कब्ज की दिक्कत रहती है तो आपको केला खाना चाहिए। केले में रेशा यानी फाइबर की प्रचूर मात्रा पायी जाती है जिस कारण यह पेट की सफाई के लिए मददगार साबित होता है।
वजन कम करने में मददगार- अगर आपने एक बार केला खा लिया तो आपको जल्दी भूख नहीं लगेगी। केले में एक खास तरीके का स्टार्च होता है जो आपकी भूख को काबू में रखता है। इसके साथ ही यह आपके शरीर के इंसुलिन लेवल को भी नियंत्रण में रखने में सहायक होता है।
धूम्रपान छोड़ने में सहायक- जो लोग धूम्रपान यानी स्मोकिंग की लत से छुटकारा पाना चाहते हैं उन्हें थोड़े-थोड़े अंतराल के बाद केले का सेवन करना चाहिए ताकि शरीर को निकोटिन के प्रभाव से मुक्त करने में मदद मिल सके।
अनीमिया की समस्या होगी दूर- केले में आयरन की भी प्रचूर मात्रा पायी जाती है। इस कारण अनीमिया से पीड़ित मरीज अगर नियमित रूप से केले का सेवन करें तो उनकी परेशानी दूर हो सकती है। इसके अलावा खून में हीमॉग्लोबिन का स्तर बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकता है केला।
रक्त धमनियों का दबाव होगा कम- हमारे देश में बड़ी संख्या में लोग हाई ब्लड प्रेशर के मरीज हैं। इससे उनमें हृदयाघात का खतरा काफी बढ़ जाता है। अगर आप इस समस्या को कुछ हद तक काबू में रखना चाहते हैं तो आप केले का सेवन कर सकते हैं। केले में करीब 420 एमजी के बराबर पोटैशियम होता है जो धमनियों के लिए काफी फायदेमंद है।