जालंधर। आधुनिक जीवनशैली और फास्टफूड खाने के शौकीन पंजाबी मोटापे का शिकार हो रहे हैं जिसके कारण पंजाब में डायबिटीज, हृदय रोग, निद्रा रोग, उच्च रक्तचाप, गठिया तथा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों के रोगियों की संख्या तेजी बढ़ रही है। फोर्टिस अस्पताल मोहाली में बेरीएट्रिक तथा मेटाबोलिक सर्जन डॉ अमित गर्ग ने बुधवार को बताया कि देश भर में मोटापा एक महामारी का रूप धारण कर चुका है, वहीं पंजाब मोटापे की राजधानी बनने की कगार पर पहुंच चुका है। मोटी तांद वाले व्यक्तियों की संख्या पंजाब में दिन-प्रतिदिन बढ़ रही है। शहरी इलाकों में सुस्त जीवन शैली मोटापे का प्रमुख कारण बन रहा है। बैरिएट्रिक तथा मेटाबोलिक सर्जरी के बारे में बताते हुए डॉ गर्ग ने बताया कि इस भार कम करने वाली सर्जरी से डायबिटिज, निंद्रा रोग, उच्च रक्तचाप, उच्च कोलेस्ट्रोल और गठिया तथा कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से छुटकारा पाया जा सकता है।
उन्होंने बताया कि बेरीएट्रिक तथा मैटाबोलिक सर्जरी से शरीर का 60 से 70 प्रतिशत अतिरिक्त भार कम किया जा सकता है। सर्जरी करवाने वाले होशियारपुर के 45 वर्षीय पवन कुमार ने बताया कि वह पहले गठिया, निद्रा रोग और चलने-फिरने में असमर्थ था लेकिन सर्जरी के पश्चात 90 किलोग्राम भार कम हुआ है जिसके कारण वह अब बेहतर महसूस कर रहा है। इसके अतिरिक्त जम्मू की रमनदीप ने बताया कि 118 किलोग्राम वजन के साथ पीकोड जैसे स्वास्थ्य मुद्दों के कारण वह दुखी थी। बेरीएट्रीक सर्जरी करवाने के बाद उनका वजन 70 किलोग्राम रह गया है। डॉ गर्ग ने बताया कि मोटापे का कोई आसान इलाज नहीं है, उन्होंने बताया कि जीवनशैली और आहार की आदतों में बदलाव से वजन कम किया जा सकता है। इसके लिए मोटे व्यक्ति को प्रोटीन, ताजे फल और सब्जियों से बने खाद्य पदार्थ का सेवन करना चाहिए।