भोपाल। आज के समय में अनियमित जीवन शैली के कारण लोगों को उच्च रक्तचाप की वजह से दिल की बीमारी के साथ ही अटैक का भी खतरा बढ़ गया है। दिल की बीमारी 40 पार लोगों को होने की सबसे ज्यादा संभावना रहती है, लेकिन अब इसकी चपेट में युवा वर्ग के लोग भी आ रहे हैं। यह जानकारी शनिवार को वरिष्ठ ह्दयरोग विशेषज्ञ डॉ। रोहित कुमार श्रीवास्तव ने मीडिया को दी है। इस अवसर पर मेडिसिन चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ। विजय सक्सेना ने बताया कि ब्लड प्रेशर की बीमारी अनवांशिक कारणों से भी होती है, वर्तमान में तनाव, मोटापा, नींद में कमी, दूषित खानपान सहित 30 साल की आयु के युवा भी बीमारी की गिरफ्त में आ गए हैं। डीएम कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। शशांक दीक्षित ने बताया कि जंक फूड, साफ्ट ड्रिंक, वर्गर सहित अन्य तरह का अनुचित खानपान, इंटरनेट की आदत, अनावश्यक मोबाईल का इस्तेमाल करना।
नियमित व्यायाम नहीं करना, पैदल नहीं चलना जैसी आदतों की वजह से लोग बीपी, डायविटीज जैसी बीमारी से घिर रहे हैं। जनसंख्या का करीब 8। 6 प्रतिशत बीपी से ग्रस्त: चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि जो लोग शराब, तंबाकू, धूम्रपान का अत्यधिक सेवन करते हैं। उनमें बीपी और दिल की बीमारी की शिकायतें सबसे ज्यादा रहती हैं। देश के 100 जिलों में तकरीबन 22। 5 मिलियन मरीज ब्लड प्रेशर की बीमारी से पीड़ित हैं। भारत की जनसंख्या का करीब 8। 6 प्रतिशत हिस्सा बीपी से पीड़ित हैं जिनमें 10। 4 फीसदी पुरूष और 6। 7 फीसदी महिलाएं हैं। जबकि इंटरनेशनल डायबिटीज फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक हर साल 10 लाख लोग इस बीमारी से दम तोड़ देते हैं।