भाग-दौड़ और काम के चक्कर में लोग इतने प्रेशर और टेंशन में आ जाते हैं कि वे न तो आराम ही कर पाते हैं और न ही खुद के लिए समय निकाल पाते हैं। नतीजा यह होता है कि स्ट्रेस, डिप्रेशन और तनाव उन्हें अपने आगोश में ले लेता है। इतना ही नहीं, उनका मन भी एकाग्र नहीं हो पाता। इन मानसिक स्थितियों से निपटने के लिए लोग दवाइयों तक का सहारा लेते हैं। लेकिन योग के जरिए आप तनाव और टेंशन को दूर भगा सकते हैं। इसके लिए यहां कुछ योग आसन बताए जा रहे हैं।
उत्तरासन- इस आसन को कैमल पोज भी कहा जाता है क्योंकि इस आसन में शरीर की मुद्रा ऊंट जैसी होती है। इसे करने के लिए एक चटाई पर घुटनों के बल बैठ जाएं। पैरों को पिछली दिशा में मोड़कर सीधा कर लें। अब अपने शरीर को पीछे की दिशा में ले जाएं और दोनों हाथों को एड़ियों पर रख लें। इस दौरान दोनों बाजुओं को सीधा रखें। इस आसन को सुबह ही प्रैक्टिस करें। लेकिन ध्यान रहे कि कुछ भी खाने से 4-5 घंटे पहले इस आसन को करें। उत्तरासन से सारी थकान और स्ट्रेस दूर होता है और यह ब्लड सर्कुलेशन भी सही रखता है।
बद्ध कोणासन- इस आसन को बटरफ्लाई पोज भी कहा जाता है। इस आसन को करने के दौरान सीधे बैठ जाएं और अपनी टांगों को सीधा फैला लें। अब अपनी टांगों को अंदर की तरफ इस तरह से मोड़ें कि दोनों पैर एक-दूसरे को टच करें। लेकिन इस अवस्था में अपने घुटनों को साइड की दिशा में एकदम सीधा रखें। अब अपनी एड़ियों को पेल्विस के पास लाने की कोशिश करें। पेल्विस के जितने पास एड़ियों को लाने की कोशिश करेंगे उतना अच्छा होगा। अब अपनी जांघों को जमीन से टच कराने की कोशिश करें। इस आसन के दौरान धीरे-धीरे सांस को अंदर लेते रहें और छोड़ते रहें।
पश्चिमोत्तानासन- सबसे पहले एक चटाई पर सीधी अवस्था में बैठ जाएं। अब अपनी टांगों को आगे की दिशा में फैला लें। इसके बाद अपनी बाजुओं को सीधा करें और फिर उन्हें आगे की दिशा में ले जाकर पैरों की उंगलियां पकड़ने की कोशिश करें। इस दौरान अपनी नाक से घुटनों को टच करने की कोशिश करें लेकिन घुटने और दोनों बाजू सीधी रखें। इस आसन को रोजाना कम से कम 3-4 बार करें। इस आसन से थकान, तनाव और डिप्रेशन तो दूर होता ही है, साथ ही मोटापा कम करने के लिए भी यह एकदम पर्फेक्ट आसन है। इतना ही नहीं स्पर्म संबंधी समस्याओं में भी यह आसन मददगार है।
दंडासन- जमीन पर सीधा बैठ जाएं और फिर टांगों को सीधा फैला लें। अब पैरों की उंगलियों को अंदर की ओर मोड़ें लेकिन तलवों को बाहर की दिशा में ही रखें। बाजूओं को कमर की बराबर में सीधा रखें और हथेलियों को बट्स के बराबरे में जमीन से सटा लें। अब सिर को नीचे की दिशा में झुकाकर नजर को नाक पर फोकस करने की कोशिश करें। इस आसन को रोजाना 5-6 बार 25 से 30 सेकंड के लिए करें।