ग्वालियर। मेडिकल कॉलेज में जूनियर डॉक्टरों और एमबीबीएस छात्र रात में आपस में भिड़ गए। इसके बाद जूनियर डॉक्टरों ने जयारोग्य हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज बंद कर दिया। उधर मेडिकल छात्रों का कहना है कि उन्हें जूनियर डॉक्टर एक्जाम में फेल कर रहे हैं। वहीं जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि यदि उन्हें सुरक्षा नहीं दी गई तो वे हड़ताल पर चले जाएंगे। अब मेडिकल कॉलेज के डीन और अधीक्षक इस विवाद को सुलझाने में लगे हैं।
ग्वालियर के गजराराजा मेडिकल कॉलेज के बीती रात को तीन डॉक्टर फैजल, इमरान और ऋषभ जयारोग्य हॉस्पिटल के पास चाय पीने गए। तीनों जूनियर डॉक्टर्स नाइट ड्यूटी पर थे। चाय पीने के दौरान ही एमबीबीएस करने वाले कई छात्र वहां आए और तीनों जूनियर डॉक्टर्स की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद स्टूडेंट्स वहां से चले गए। बुधवार की सुबह जूनियर डॉक्टर्स ने जयारोग्य हॉस्पिटल में मरीजों का इलाज करना बंद कर दिया और हड़ताल करने की घोषणा कर दी।
यह हंगामा सुनकर मेडिकल कॉलेज के प्रभारी डीन डॉ. अचल गुप्ता और अधीक्षक डॉ. जेएस सिकरवार जूनियर डॉ्क्टर्स से जाकर मिले। डीन ने कहा कि बिना नोटिस दिए हड़ताल करना गैरकानूनी है। उधर जूनियर डॉक्टर्स का कहना है कि यदि उन्हें सिक्यूरिटी नहीं मिलेगी तो वे कैसे मरीजों का इलाज करेंगे। डीन और अधीक्षक ने जूनियर डॉक्टर्स को आश्वासन दिया कि इस मुद्दे के लिए कॉलेज काउंसलिंग की मीटिंग बुलाई जा रही है और उसमें तय किया जाएगा कि छात्रों ने मारपीट क्यों की। इस आश्वासन के बाद फिलहाल जूनियर डॉक्टर्स ने हड़ताल नहीं की है, लेकिन आंदोलन करने की तैयारी कर रहे हैं। इसके बाद एमबीबीएस छात्र भी विरोध जताने की तैयारी कर रहे हैं।