नई दिल्ली। टेलिकॉम मार्केट में तेजी से अपनी पैठ बना रहे रिलायंस जियो ने कमाई के मामले में वोडाफोन को भी पीछे छोड़कर दूसरा स्थान हासिल कर लिया है। मार्च 2018 में खत्म हुई तिमाही में जियो को 6217 करोड़ रुपए की आमदनी हुई, जो पिछली तिमाही से 15 पर्सेंट अधिक है। टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी आॅफ इंडिया (ट्राई) के आंकड़ों के मुताबिक भारती एयरटेल अभी भी मार्केट लीडर बनी हुई है, हालांकि जियो और उसके बीच गैप तेजी से कम हुआ है। मार्च तिमाही में भारती का रेवेन्यू 7087 करोड़ रुपए रहा, जो पिछली तिमाही से 10 पर्सेंट कम है। मुकेश अंबानी की कंपनी रिलायंस जियो लॉन्चिंग के 19 महीने के भीतर ही सब्सक्राइबर्स के लिहाज से दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी बन गई थी।
जियो ने लॉन्चिंग के साथ कस्टमर्स को फ्री वॉइस कॉलिंग और लो-कॉस्ट डेटा आॅफर किया था, जिससे टेलिकॉम इंडस्ट्री में टैरिफ को लेकर प्राइस वॉर छिड़ गई थी। यह वॉर अभी तक चल रही है। इसके चलते पहले ही 7 लाख करोड़ रुपए के कर्ज में डूबे इस सेक्टर की वित्तीय मुश्किलें और बढ़ गई हैं। जियो ने वास्तव में प्रीपेड सेगमेंट से लेकर पोस्ट-पेड सेगमेंट तक लो.टैरिफ की जंग को और बढ़ाया है।
देश के 95 पर्सेंट सब्सक्राइबर्स प्रीपेड सेगमेंट के हैं। हालांकि पोस्टपेड सब्सक्राइबर्स का इंडस्ट्री के रेवेन्यू में 20 से 25 पर्सेंट योगदान है। ट्राई के आंकड़ों के मुताबिक रिलायंस जियो का अजस्टेड ग्रॉस रेवेन्यू (एजीआर) मार्च तिमाही में वोडाफोन इंडिया के 4937 करोड़ रुपए और आइडिया सेल्युलर के 4033 करोड़ रुपए से ज्यादा रहा। जियो के पास अभी 20 करोड़ कस्टमर्स हैं।