नई दिल्ली। एक रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में करोड़ों स्मार्टफोन के एक नए मालवेयर जूडी की चपेट में आने की आशंका है। सुरक्षा समाधान उपलब्ध कराने वाली फर्म चेकपॉइंट ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि जूडी की चपेट में आने वाले ये स्मार्टफोन एंड्रॉयड आधारित हैं। जूडी एक आॅटो क्लिकिंग ऐडवेयर है जो कि कोरियाई कंपनी द्वारा विकसित 41 ऐप में पाया गया है। यह मालवेयर अपनी चपेट में आए स्मार्टफोन के जरिए विज्ञापनों पर बड़ी संख्या में फर्जी क्लिक करता है ताकि इसे बनाने वालों को फायदा हो सके।
यह मालवेयर कुछ टारगेटेड URLs को खोलता है जिनसे एक कोड बनता है। इन पर होने वाले क्लिक्स से क्रिएटर के लिए पेमेंट जेनरेट होती है। ये ऐप्स को इंफेक्ट करता है जिसके बाद गलत लिंक आने लगते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक जूडी मालवेयर सीधे यूजर्स को प्रभावित नहीं करता लेकिन गलत लिंक्स पर क्लिक किए जाने से डिवाइस में मालवेयर या वाइरस फैलने का खतरा बढ़ जाता है।
ऐसे में इससे बचाव का तरीका यही होगा कि अगर कोई लिंक आपके काम का नहीं है तो उस पर क्लिक न करें। आपको कई बार डेस्कटॉप, लैप्टॉप पर काम करने के दौरान भी यूजलेस एड्स दिखते होंगे। उन पर क्लिक न करना ही अच्छा विकल्प है। वहीं अपने डिवाइसिस-सिस्टम्स में एंटी वाइरस के साथ एंटी मालवेयर सोफ्टवेयर भी रखें। अपने ब्राउजर की सेटिंग्स के जरिए आप अपनी प्राइवेसी सिक्योरिटी को ज्यादा बेहतर बना सकते हैं। उदाहरण के लिए आप टूल्स का इस्तेमाल कर कई बेकार के एड्स को ब्लॉक कर सकते हैं।