नई दिल्ली। बेहतर सेल्फी की सुविधा देने वाले स्मार्टफोन की बिक्री सालाना आधार पर नौ गुना बढ़ी है। वहीं वर्ष 2017 की पहले तीन महीनों यानी जनवरी से मार्च के दौरान बाजार में बिक्री के लिए लाए गए स्मार्टफोन हैंडसेट की गिनती 15 फीसदी बढ़ी।
सैमसेंग बाजार में अव्वल
मोबाइल हैंडसेट बाजार पर नजर रखने वाली रिसर्च एजेंसी काउंटरप्वाइंट्स का कहना है कि पहले तीन महीनों में 2.9 करोड़ स्मार्टफोन बाजार में लाए गए। इस बाजार के 70 फीसदी हिस्से पर पांच ब्रांड का कब्जा है। इसमें सैमसेंग 26 फीसदी के साथ पहले स्थान पर रहा जबकि श्योमी पहली बार दूसरे स्थान पर 13 फीसदी हिस्सेदारी के साथ पहुंचा। विवो 12 फीसदी, ओपो 10 फीसदी और लेनेवो 8 फीसदी हिस्सेदारी के साथ तीसरे, चौथे और पांचवे स्थान पर रहा।
अगर सभी तरह के हैंडसेट (स्मार्टफोन+फीचर फोन) को मिला दिया जाए तो यहां भी 26 फीसदी हिस्सेदारी के साथ सैमसेंग पहले स्थान पर है जबकि आईटेल 9 फीसदी के साध दूसरे, माइक्रोमैक्स 8 फीसदी के साथ तीसरे, श्योमी 7 फीसदी के साथ चौथे और विवो 6 फीसदी के साथ पांचवे स्थान पर है। रिसर्च एजेंसी का कहना है है कि स्मार्टफोन हैंडसेट के बाजार की रणनीति में खासा बदलाव हो रहा है। अभी तक दुकानों से बिक्री पर ध्यान देने वाली कंपनियां ओपो, विवो और जियोनी अब ऑनलाइन पर भी पूरा ध्यान दे रही है जबकि ज्यादातर ऑनलाइन बेचने वाली श्योमी और मोटोरोला दुकानों का रुख कर रही हैं ताकि छोटे शहरों की संभावनाओ का दोहन किया जा सके।
महंगे फोन की बिक्री बढ़ी
रिसर्च एजेंसी का कहना है कि वर्ष 2017 की पहली तिमाही में औसत खरीद कीमत 2000 रुपए बढ़ गई। इस बढ़ोतरी की वजह ये है कि ज्यादा से ज्यादा लोग 8 से 20 हजार रुपए की कीमत वाले फोन को खऱीदना पसंद कर रहे है। इसीलिए मोबाइल हैंडसेट बनाने वाली कंपनियां अब अपनी खूबियों पर खेल रही हैं जैसे जियोनी का पंच लाइन ‘बैटरी एंड सेल्फी’ है तो ओपो का ‘सेल्फी एक्सपर्ट’ और विवो का ‘कैमरा एंड म्यूजिक’।
15 से 20 हजार रुपये की कीमत वाले हैंडसेट का बाजार 158 फीसदी की दर से बढ़ा जबकि 30 हजार रुपए से ज्यादा की कीमत वाले बाजार के बढने की रफ्तार 35 फीसदी रही।