केंद्रपाड़ा। खिलाड़ियों द्वारा ओडिशा को छोड़कर उन राज्यों में जाने का नवीनतम मामला सामने आया है जहां प्रतिभा के निखार की बेहतर संभावन है। इस बार एक प्रतिभावान महिला फुटबॉल खिलाड़ी ने नौकरी के लिए बिहार का चुनाव किया है। राष्ट्रीय स्तर की 19 वर्षीय खिलाड़ी रचिता मलिक केंद्रपाड़ा जिले के मेंढापुर गांव की रहने वाली है।
उसने राज्य के लिए फुटबॉल में कई पदक अर्जित किए हैं लेकिन उन्हें गरीबी से लड़ना पड़ रहा है। कई अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं में भी उन्होंने देश का नाम किया है। मलिक का नाम राज्य की खेल प्रतिभा सूची में दर्ज है। ओडिशा सरकार द्वारा हाल ही में खिलाड़ियों के लिए शुरू की गई एक नई भर्ती नीति के तहत 30 अप्रैल को उन्हें एक कांस्टेबल की नौकरी से सम्मानित किया गया था।
हालांकि रचिता का 26 मार्च को पूर्वी मध्य रेलवे द्वारा बिहार के हाजीपुर में एक क्लर्क के तौर पर चयन किया गया था और इसके लिए उन्होंने अपने गृह राज्य को छोड़ दिया। उसके पिता कार्तिक मलिक ने बताया कि नौकरी पाने के लिए रचिता ने दर-दर की ठोकरें खाईं लेकिन उसके प्रयासों का अंत निर्थरक रहा। इसके बाद उसे मजबूरन बिहार में नौकरी के लिए आवेदन करना पड़ा और उसके खेल प्रतिभा को वहां मान्यता दी गई।