मुंबई। सुनील छेत्री की अगुवाई वाली भारतीय फुटबाल टीम अपने लाजवाब प्रदर्शन को बरकरार रखते हुए रविवार को केन्या के खिलाफ जीत के साथ हीरो इंटरकांटिनेंटल कप फुटबॉल टूर्नामेंट का खिताब हासिल करने उतरेगी। केन्या ने अंधेरी स्पोर्ट्स कांप्लेक्स में चीनी ताइपे को 4-0 से हराकर फाइनल में जगह बनाई थी। पहला हाफ गोल रहित रहने के बाद केन्या ने चारों गोल दूसरे हाफ में दागे।
भारत को हालांकि न्यूजीलैंड के हाथों मैच में 2-3 से हार का सामना करना पड़ा था लेकिन उसने पहले ही फाइनल के लिए जगह पक्की कर ली थी। ग्रुप मैचों में भारत, केन्या और न्यूजीलैंड के एक बराबर 6-6 अंक रहे, लेकिन बेहतर गोल औसत के आधार पर भारत और केन्या फाइनल में पहुंच गए जो अब खिताब के लिए एक-दूसरे के खिलाफ चुनौती पेश करेंगे।
भारतीय टीम का इंटरकांटिनेंटल कप में काफी रोमांचक सफर रहा है जहां उसके कप्तान छेत्री एक अपील के बाद मेजबान टीम को अपार समर्थन मिल रहा है और उसके मैचों में स्टेडियम खचाखच भरा रहा है, खिताबी मुकाबले में भी राष्ट्रीय टीम घरेलू परिस्थितियों के साथ घरेलू समर्थन का फायदा उठाते हुए केन्या के खिलाफ जीत का प्रयास करेगी।
तीन मैच जीत चुकी केन्या से रहना होगा सावधान : भारत और केन्या आखिरी बार ग्रुप चरण में एक दूसरे से भिड़ी थीं। इस मैच के पहले हाफ के गोल रहित रहने के बाद भारतीय टीम ने 3-0 से यह मैच जीता था। छेत्री का यह 100वां अंतरराष्ट्रीय मैच था, जिसमें उन्होंने दो गोल किए थे, जबकि जेजे लालपेखलुआ ने भी टीम के लिए गोल किया था।
भारतीय टीम के लिए हालांकि ग्रुप में दूसरे नंबर पर रही केन्या से सावधान रहना होगा, जिसने मेजबान टीम की ही तरह तीन मैचों में दो जीते हैं। केन्या ने टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड को पहले मैच में 2-1 से तथा चीनी ताइपे को 4-0 से हराया था। हालांकि भारत से दूसरे मैच में उसे 0-3 से हार झेलनी पड़ी।
खिलाड़ियों के प्रदर्शन से कोच भी खुश
मेजबान टीम के कप्तान छेत्री निश्चित ही उसके स्टार खिलाड़ी हैं। उन पर एक बार फिर टीम को जीत दिलाने का दारोमदार रहेगा। लेकिन संदेश झिंगन, अनस एडाथोडिका, लालपेलखुआ और अनिरूद्ध थापा भी स्टार खिलाड़यिों में है और कोच कोंस्टेनटाइन भी इन खिलाड़ियों के प्रदर्शन से काफी संतुष्ट हैं।