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Sport

फुटबॉल टूर्नामेंट: सुनील छेत्री के कमाल से बैंगलुरु ने रचा इतिहास

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Oct 20 2016 11:28AM | Updated Date: Oct 20 2016 11:28AM
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बैंगलुरु। कप्तान सुनील छेत्री के दो शानदार गोलों के दम पर आई लीग चैंपियन बैंगलुरु एफसी (बीएफसी) ने मलेशिया के जोहोर दारुल ताजिम क्लब को बुधवार को कुल 4-2 के अंतर से पराजित कर एशियन फुटबॉल कंफेडरेशन (एएफसी) कप फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में पहुंचकर इतिहास रच दिया। बैंगलुरु इस तरह एएफसी कप के फाइनल में पहुंचने वाली पहली भारतीय टीम बन गई है और इस जीत का पूरा श्रेय कप्तान छेत्री को जाता है, जिन्होंने दोनों हॉफ में एक-एक गोल दागा।
 
छेत्री ने 41 वें मिनट में पहला गोल और 67 वें मिनट में दूसरा गोल किया।  बैंगलुरु ने टूर्नामेंट के दूसरे सेमीफाइनल के दूसरे चरण के घरेलू मुकाबले को 3-1 से जीता। इससे पहले बेंगलुरु ने मलेशियाई क्लब की जमीन पर पहला चरण 1-1 से ड्रॉ खेला था। इस तरह भारतीय क्लब ने सेमीफाइनल मुकाबला कुल 4-2 के अंतर से जीत लिया।
 
श्री कांतीरवा स्टेडियम में बुधवार को बेंगलुरु की इस शानदार जीत पर प्रशंसक खुशी से झूम उठे। बैंगलुरु ने फाइनल के लिए अपनी दावेदारी उसी समय पक्की कर ली थी जब उसने मलेशियाई क्लब को उसी के घर में 1-1 के ड्रॉ पर रोक दिया था। बैंगलुरु की इस ऐतिहासिक जीत में कप्तान सुनील छेत्री ने सबसे महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और अपनी टीम को पहले हॉफ में 0-1 से पिछड़ने के बाद वापसी दिलाते हुए 3-1 की जीत दिलाई। 
 
हैडर से बराबरी का गोल
बैंगलुरु का तीसरा गोल जुआनन ने 75 वें मिनट में किया। मलेशिया के जोहोर दारुल क्लब ने मैच के 11 वें मिनट में कप्तान शफीक बिन रहीम के गोल से बढ़त बनाई थी, लेकिन दूसरे हॉफ में बेंगलुरु ने आक्रामक खेल का प्रदर्शन करते हुए मलेशियाई क्लब की उम्मीदों को तोड़ दिया। बैंगलुरु को पहले हॉफ में संघर्ष करना पड़ा, लेकिन 41 वें मिनट में छेत्री ने बराबरी का गोल दागा और बैंगलुरु का खेल पूरी तरह बदल गया। छेत्री ने लिंगदोह के कॉर्नर पर शानदार हैडर लगाते हुए 12 गज की दूरी से बराबरी का गोल दाग दिया। 
 
और फिर दिलाई बढ़त
आधे समय तक स्कोर 1-1 से बराबर रहने के बाद 67 वें मिनट में बेंगलुरु को उसके कप्तान ने बढ़त दिला दी। बॉक्स के बाहर से छेत्री का शॉट गोलकीपर इजाम को परास्त कर गया। मैच के 75 वें मिनट में लिंगदोह की फ्री किक पर जुआन एंटोनियो ने शानदार हैडर लगाते हुए तीसरा गोल दागा और मैच को मलेशिया से बहुत दूर कर दिया। इसके साथ ही मलेशियाई टीम का संघर्ष दम तोड़ गया और बैंगलुरु ने इतिहास रच दिया।
 
अब सामना इराक के क्लब से
5 नवंबर को होने वाले खिताबी मुकाबले में बेंगलुरु एफसी का मुकाबला इराक के अल कुआवा अल जाविया क्लब से होगा, जिसने पहले सेमीफाइनल में लेबनान के अल अहत क्लब को 3-2 के कुल अंतर से हराया था।
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