पेरिस। आत्मविश्वास से ओतप्रोत पुर्तगाल रविवार को यूरो फुटबॉल टूर्नामेंट के फाइनल में मेजबान फ्रांस को खिताब जीतने से रोकने के लिए कड़ी चुनौती पेश करेगी। पिछले नवंबर में जर्मनी के खिलाफ नुमाइशी मैच के दौरान इस स्टेडियम पर आत्मघाती हमला हुआ था। पेरिस में अलग- अलग स्थानों पर हुए आतंकी हमलों में 130 लोग मारे गए थे। फ्रांस ने जर्मनी को हराकर फाइनल में प्रवेश किया है और अब उसकी नजरें 1984 यूरो चैंपियनशिप और 1998 विश्व कप के बाद अपनी सरजमीं पर तीसरा बड़ा खिताब जीतने पर है।
2004 में चूक गया था पुर्तगाल
पुर्तगाल 2004 में यूरो कप का खिताब जीतने से चूक गया था। तब फाइनल मुकाबले में पुर्तगाल को ग्रीस के हाथों 0-1 हार का सामना करना पड़ा था। रोनाल्डो उस वक्त केवस 19 साल के थे और टीम का हिस्सा थे। रोनाल्डो ने वेल्स के खिलाफ सेमीफाइनल में शानदार गोल कर टीम को 2-0 से जीत दिलाई थी। फरवरी में 31 बरस के होने जा रहे रोनाल्डो को बखूबी इल्म है कि उनके पास देश को पहला बड़ा अंतरराष्ट्रीय खिताब दिलाने का इससे बेहतर मौका नहीं होगा। फ्रांस के खिलाफ वह अभी तक जीत दर्ज नहीं कर सके हैं। पुर्तगाल 1975 से लेकर अब तक फ्रांस से 10 मैच हार चुका है।
हम बनेंगे चैंपियन
फाइनल में फ्रांसीसी दर्शकों के लिए उनकी टीम पसंदीदा होगी, लेकिन मेरा मानना है कि हमारी टीम ही विजेता बनेगी। हम इस बार अवसर नहीं गवाएंगे। राष्ट्रीय टीम के साथ इस खिताब को जीतने का सपना हमेशा से देखता आया हूं।
- क्रिस्टियानो रोनाल्डो
गोल्डन बूट के दावेदार हैं ग्रीजमैन
फ्रांसीसी स्ट्राइकर अंतोइन ग्रीजमैन के लिए यह मैच काफी अहम है। चैंपियंस लीग फाइनल में एटलेटिको मैड्रिड की ओर से रीयाल मैड्रिड के खिलाफ पेनॉल्टी चूकने वाले ग्रीजमैन की इस टूर्नामेंट में शुरुआत भी खराब रही थी लेकिन वह टूर्नामेंट के स्टार बनकर उभरे। उन्होंने आयरलैंड, आइसलैंड और जर्मनी के खिलाफ गोल किए। अब तक छह गोल कर चुके ग्रीजमैन गोल्डन बूट का दावेदार हैं।