नई दिल्ली।महान फुटबालर पेले ने आज देश का अपना छह दिवसीय दौरा समाप्त कर दिया लेकिन इससे पहले उन्होंने राजधानी के अंबेडकर स्टेडियम में दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया जो तीन बार के विश्व कप विजेता की एक झलक पाने के लिये बेताब थे।
सुब्रतो कप टूर्नामेंट में लड़कों के अंडर-17 वर्ग का फाइनल देखने के लिये पहुंचे 74 वर्षीय पेले ने 20 हजार दर्शकों की क्षमता वाले लगभग खचाखच भरे स्टेडियम में भारतीय वायुसेना की खुली जीप में मैदान का चक्कर लगाया। इससे दर्शक उत्साहित हो गये। इसके साथ ही उन्होंने 11 अक्तूबर को कोलकाता में शुरू हुआ अपना दौरा भी समाप्त किया।
यहां 14 अक्तूबर को पहुंचे पेले ने अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ की टीम को विजेता ट्राफी भी सौंपी। एआईएफएफ टीम ने फाइनल में लिटिल एंजेल पैराडाइज स्कूल, थोबाल मणिपुर को 4-1 से हराया था। इस समारोह में वायु सेना अध्यक्ष अरूप राहा ने भी हिस्सा लिया। पेले कल तड़के ब्राजील के लिये रवाना हो जाएंगे।
हैरानी वाली बात यह रही कि आयोजकों ने पेले को उत्साही दर्शकों को संबोधित करने के लिये नहीं कहा। दर्शक अधिकतर समय ‘पेले, पेले’ चिल्लाते रहे। हल्के नीले रंग की शर्ट और पैंट तथा काले जूते पहनकर आये पेले चुपचाप खड़े रहे और एयर मार्शल साहा ने दर्शकों को संबोधित किया।
लेकिन दिल्ली के फुटबाल प्रशंसकों के लिये यह वह शाम थी जिसको वे ताउम्र याद रखेंगे। उन्होंने अपने सामने उस शख्स को देखा जिन्हें ‘ब्लैक पर्ल’, ‘किंग पेले’ और ‘किंग आफ फुटबाल’ जैसे कई नाम दिये गये।