नई दिल्ली। दिल्ली सॉकर एसोसिएशन (डीएसए) के अध्यक्ष शाजी प्रभाकरन ने इस पद पर अपने दो साल पूरे कर लिए हैं और वह दिल्ली को आदर्श फुटबॉल राज्य बनाने के लक्ष्य की तरफ तेजी से बढ़ रहे हैं। शाजी ने कहा कि दिल्ली की फुटबॉल को बेहतर बनाने के लिए कई कदम उठाये गए हैं और इसके लिए सभी अंशधारकों के साथ प्रयास जारी हैं। शाजी ने कहा कि जब उन्होंने यह पद संभाला था तब उनके सामने कई चुनौतियां थीं और वह सभी के सहयोग से इन चुनौतियों का डटकर सामना करना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली की फुटबाल में अब तक जो कुछ नहीं हुआ, वह सब हो रहा है और आगे भी बहुत कुछ होने जा रहा है। डीएसए के संविधान में भारी परिवर्तन के बाद अब उनका लक्ष्य दिल्ली की फुटबाल को सुधारना है, जिसमें उन्हें साथी पदाधिकारियों, सदस्यों और क्लब अधिकारियों का भरपूर सहयोग मिल रहा है। उन्होंने कहा कि स्थानीय फुटबाल की ढेरों समस्याएं हैं, जो साल दर साल बड़ी होती चली गईं, जिनका निदान रातों रात नहीं हो सकता।
फिलहाल, राजधानी के ऐतिहासिक नेहरू स्टेडियम और अंबेडकर स्टेडियम मैदानों पर खेलो इंडिया दिल्ली फुटबाल लीग का आयोजन किया जा रहा है, जो अपने आप में में एक बड़ी उपलब्धि कही जा सकती है। उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी बात यह है कि दिल्ली की फुटबाल में पहली बार ग्रास रुट फुटबाल को बढ़ावा देने के लिए गोल्डन लीग की शुरुआत हुई है जिसमें अंडर 7,9 और 11 साल तक के लड़के लड़कियों की 240 टीमें भाग ले रही हैं। संविधान में बदलाव, महिला फुटबाल को प्रोत्साहन, गोल्डन लीग की शुरुआत, क्लब फुटबाल के ढाँचे को मजबूत बनाने जैसी चुनौतियों से पार पाने के लिए डीएसए ने ठोस कदम उठाए हैं।
लेकिन एक धड़ा कहता है कि खेलने के लिए मैदान नहीं हैं और तमाम क्लब बिना मैदान के खड़े हैं, जोकि बहुत बड़ी चुनौती है। अध्यक्ष के अनुसार डीडीए और नई दिल्ली नगर पालिका परिषद, स्कूलों और कालेजों से इस बारे में बात चल रही है पर नियम कानून आड़े आते हैं, फिर भी कामयाबी जÞरूर मिलेगी। शाजी ने कहा कि उनका लक्ष्य दिल्ली दिल्ली को आदर्श फुटबाल स्टेट बनाने का है। इस दिशा में फिलहाल 30 प्रतिशत सफलता मिली है और उम्मीद है कि अगले दो वर्षों में दिल्ली भारतीय फुटबाल के नक्शे पर अलग पहचान बना लेगी।
संतोष ट्राफÞी राष्ट्रीय चैंपियनशिप में दिल्ली का शानदार प्रदर्शन बताता है कि गंभीरता और ईमानदारी से काम हो रहा है और फुटबाल सही ट्रैक पर आने लगी है पर अभी बहुत कुछ करना बाकी है। मसलन स्कूल, कालेज, कालोनी, आरडब्ल्यूए, सांस्थानिक, कार्पोरेट और वेटरन स्तर पर हर तरफ फुटबाल दिखाई पड़े। उन्होंने कहा कि देश की सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी फुटबाल की तरक्की चाहते हैं तो आगे बढ़ने से कौन रोक सकता है। उल्लेखनीय है कि नई टीम के आने के बाद से दिल्ली की फुटबाल को प्रायोजक मिलने लगे हैं, जिनका सहयोग हर स्तर पर लिया जा रहा है। शाजी के अनुसार वह सभी पूर्व और अनुभवी अधिकारियों को साथ लेकर चलना चाहते हैं और हर स्तर पर असंतुष्टों को मनाने का प्रयास करेंगे।