भाई-बहनों के अटूट संबंधों का प्रतीक रक्षाबंधन पर्व के लिए राखी की दुकानें सज गई हैं। राखी का त्योहार 29 अगस्त को है। रक्षाबंधन के त्योहार के लिए सजे बाजार में चीन और स्टोन की राखियां आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं। रक्षाबंधन पर्व ज्यों-ज्यों नजदीक आ रहा है तमाम बहनों ने बाहर रहने वाले भाइयों को अभी से राखियां भेजना शुरू कर दिया है। बाजारों में हर तरफ रंग-बिरंगी राखियों से सजी दुकानें नजर आने लगीं1 राखी के पर्व के लिये कपड़े, मिठाई और ड्राईफूड से लेकर गिफ्ट आइटम बेचने वालों की दुकानों पर भी रौनक दिखाई दे रही है। पर्व को लेकर भाई और बहनों में खासा उत्साह है। पिछले वर्ष की अपेक्षा इस वर्ष राखी के दामों में करीब 10 से 15 फीसदी का इजाफा हुआ है। रक्षाबंधन पर्व को लेकर तैयारियां जोर पकड़ रही है।
राखी के त्योहार के लिये सजे बाजार में इस बार जहां बच्चों के लिये कार्टून वाली राखियां हैं तो वहीं युवाओं के लिये ह्यओमह्ण वाली राखियां मौजूद हैं। उच्च वर्गीय लोगों के लिये बाजार में सोने और चांदी की सुदंर कलात्मक राखियां भी उपलब्ध हैं। किशोरियां, युवतियां और महिलाओं ने राखियों की खरीददारी शुरू कर दी है। पर्व को लेकर नगर से लेकर ग्रामीणांचल तक राखी की दुकानें सज गई हैं।
राखी व्यवसायियों के अनुसार इस बार बाजार में चीन निर्मित फ्लोराए, सोफिया और रिया के अलावा ओमश्री अशोकचक्र, सहेली, जलाशीष और संगम मार्का राखियों की खासी बिक्री हो रही है। इन दुकानों पर अपनी मनपसंद राखियों की खरीददारी करने के लिए दुकानों पर लोगों की भीड़ लगनी शुरू हो गई है। चाइनीज और मुंबई निर्मित स्टोन की राखियों का बाजार में दबदबा है।