- केपी सिंह
इंदौर। 742 एकड़ में तैयार की जा रही स्मार्ट सिटी में सबसे पहले रिंग बनाने का काम किया जा रहा है। इसमें तीन सड़कों का काम अंतिम चरण में चल रहा है, जबकि आठ सड़कों के काम को खोलने की तैयारी है। इस प्लानिंग को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि सड़कों की मदद से पूरी तरह से रिंग बनाई गई है, ताकि कहीं पर जाम की स्थिति पैदा न हो जाए। स्मार्ट सिटी के तहत 11 सड़कों का चयन किया गया है, जिसकी लागत 145 करोड़ रुपए बताई गई है। इन सड़कों की लंबाई 11.25 किलोमीटर है, जो 60 फीट से लेकर 100 फीट चौड़ी सड़कें शामिल है। इनके तैयार होने से मध्य क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव पूरी तरह से खत्म हो जाएगा।
मेयर मालिनी गौड़ और कमिश्नर मनीषसिंह ने सड़कों की डीपीआर तैयार कर एप्रूवल कर और टेंडर भी जारी कर दिए गए, जिसमें अधिक रेट आने से दोबारा टेंडर कॉल किए गए हैं। इससे पीछे निगम की मंशा है कि जल्द ही काम शुरू हो जाए और लोगों को राहत मिले।
इन रास्तों पर नहीं लगेगा जाम
अफसरों की मानें तो स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सड़कों की रिंग बनाई गई है। इसमें सरवटे से गंगवाल बस स्टैंड तक सड़क को लिया गया है। वहीं दूसरी और जवाहर मार्ग की मुख्य सड़क है, जहां जाम लगा रहता है। इसके अलावा एमजी रोड और सुभाष मार्ग पर भी जाम में वाहनों की रेलमपेल लगी रहती है। इसलिए इन्हें बनाने के साथ ही महूनाका से टोरी कॉर्नर तक जयरामपुर से गोराकुंड, इमली बाजार, नंदलालपुरा, सहित अन्य मार्गों को जोड़कर सड़कों की रिंग बनाई गई हैं।
...और इन सड़कों की मदद से तैयार कर रहे रिंग
स्मार्ट सिटी की सबसे पहली सड़क महू नाका से टोरी कॉर्नर एमजी रोड होते ही मल्हारगंज स्क्वेयर से जवाहर मार्ग तक 80 फीट चौड़ी बनाई जा रही है। इसी तरह व्यास ब्रिज से बड़ा गणपति से जिंसी डिपो तक 100 फीट चौड़ी सड़क और राजमोहल्ला से बड़ा गणपति तक 100 फीट चौड़ी सड़क का काम अंतिम दौर में चल रहा है। इसके अलावा आठ और स्मार्ट सड़कों को काम शुरू किया जाना है, जिसे लेकर रणनीति बनाई ली गई। इसमें बड़ा गणपति से कृष्णपुरा ब्रिज, जिंसी बस डिपो से रामबाग ब्रिज, चंद्रभागा ब्रिज से गंगवाल बस स्टैंड, जयरामपुर ब्रिज से गौराकुंड होते हुए बियाबानी दरगाह, कृष्णपुरा ब्रिज से गौतमपुरा होते हुए नंदलालपुरा, गौराकुंड से बड़वाली चौकी, राजबाड़ा से सुभाष मार्ग इमली बाजार रोड और जवाहर मार्ग ब्रिज से चंद्रभागा ब्रिज तक सड़क का काम कागजों में उलझा है।
इसके टेंडर जारी किए गए थे, जिसमें इन आठ महत्वपूर्ण सड़कों के रेट 100 की जगह 145 आए, जो निगम की दर से अधिक है। इसलिए दोबारा इन सड़कों के टेंडर जारी किए जा रहे है ताकि निगम द्वारा तय की दर में रेट आ जाए और इन सड़कों का काम भी तेजी से शुरू हो जाए। इन सड़कों में आरसीसी डक्ट इलेक्ट्रिक केबल के लिए तैयार करने है और आरसीसी पाइप लाइन सड़कों की दोनों तरफ डालनी है। इन सड़कों में सेंट्रल एलईडी स्मार्ट लाइटिंग लगाने का काम किया जाएगा।
शहर को मिलेगी जाम से निजात
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत सड़कों की रिंग बनाई जा रही है। इससे जनता को सहुलियत मिलेगी। इसमें जिन स्थानों पर अक्सर जाम लगता था उसी को देखते हुए रिंग तैयार कर रहे है। इसलिए तीन स्मार्ट सिटी की सड़कों का काम वृहद स्तर पर चल रहा है, जबकि आठ सड़कों के टेंडर जारी कर दिए थे। अब दोबारा टेंडर कॉल किए जाएंगे, क्योंकि रेट अधिक आ गया था। इन सड़कों को तैयार होने से ट्रैफिक जाम से जनता को निजात मिलेगी।
मालिनी गौड़, मेयर
मास्टर प्लान के तहत तैयार कर रहे सड़कें
मास्टर प्लान के तहत स्मार्ट सिटी का काम तेजी से चल रहा है। इसमें 742 एकड़ में 11 सड़कों को चिह्नित किया गया था, जिसमें तीन सड़कों का काम अंतिम दौर में है। इसके अलावा आठ सड़कों के दोबारा टेंडर जारी कर रहे हैं। इन सड़कों के बनने से एमजी रोड, जवाहर मार्ग, सुभाष मार्ग सहित अन्य सड़कों पर ट्रैफिक का दबाव भी कम होगा। इसलिए अब आठ सड़कों का काम भी जल्द से जल्द मास्टर प्लान के तहत शुरू किया जाएगा। इसमें नियमानुसार ही मास्टर प्लान से सड़कें बनाई जाएगी।
- मनीषसिंह, कमिश्नर, नगर निगम