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‘टॉयलेट एक विज्ञापन कथा’ से कमाई करेगा निगम

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Sep 8 2017 6:17PM | Updated Date: Sep 8 2017 6:17PM
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- केपी सिंह

इंदौर। टॉयलेट एक प्रेमकथा भले बॉक्स ऑफिस पर ज्यादा कमाल नहीं कर सकी हो, पर इंदौर नगर निगम की टॉयलेट एक विज्ञापन कथा सुपरहिट होती दिख रही है। देश में स्वच्छता में नंबर एक होने के बाद जिम्मेदारी बढ़ी है। पूरे शहर में 81 सार्वजनिक शौचालय और 275 यूरिनल बनाए गए हैं। इनके  रखरखाव पर हर साल करीब दस करोड़ का खर्च आ रहा है। शौचालयों को साफ रखने के लिए निगम ने एक टेंडर जारी किया है। ये विज्ञापन का टेंडर है। इसमें पूरे 356 यूरिनल को विज्ञापन के लिए उपयोग किया जा सकेगा। इससे निगम को कमाई भी होगी और शहर स्वच्छ भी रहेगा।
 
इस योजना की स्क्रिप्ट निगम आयुक्त मनीष सिंह ने लिखी और इसे लागू करने की सहमति मेयर मालिनी गौड़ ने दी। इस योजना के सफल होने की गारंटी इसलिए है कि अभी शहर होर्डिंग फ्री है, इसलिए विज्ञापन लगाने के  लिए कई बड़ी कंपनियां मैदान में आ सकती है। हालांकि इसके नियम और शर्तें कड़ी हैं, यदि कंपनी उनका पालन नहीं करेगी तो अर्नेस्ट मनी जब्त कर ली जाएगी।
 
मेंटनेंस पर सात करोड़ 86 लाख हो रहे खर्च 
बताया जा रहा है कि स्वच्छ भारत अभियान की गाइडलाइन के तहत एडवरटाइजमेंट की व्यवस्था करनी है। शहरभर में शौचालय व यूरिनल तो बना दिए गए हैं। इन पर हर माह 81 शौचालय पर 24 लाख 30 हजार रुपए और सालाना 2 करोड़ 91 लाख 60 हजार रुपए खर्च होंगे। इसी तरह यूरिनल पर 271 स्थानों पर हर माह 41 लाख 25 हजार रुपए मेंटनेंस पर खर्च किए जा रहे थे। ये राशि सालाना चार करोड़ 95 लाख रुपए होती है। इस मान से सालाना 356 स्थानों के मेंटेनेंस पर निगम द्वारा 7 करोड़ 86 लाख 60 हजार रुपए खर्च किए जा रहे हैं। इसमें कर्मचारियों के अलावा कैमिकल सहित अन्य दवाइयों का छिड़काव व व्यवस्थित करने पर इतनी बड़ी राशि निगम खजाने से मेंटेनेंस पर खर्च हो रही है।  
 
जैसे ही निगम ने शहर के 356 स्थानों पर एडवरटाइजमेंट का टेंडर जारी कर दिया है, तो उसे लेने के लिए होड़ लगना शुरू हो गई है। मामला ऑनलाइन है, इसलिए पूरी तरह पारदर्शिता बनी रहेगी। इसमें किसी तरह की गड़बड़ी भी नहीं की सकती है, जो भी सबसे अधिक रेट आएंगे उन्हें ये ठेका पांच साल के लिए दे दिया जाएगा। 
 
शर्तों के तहत कर सकेंगे प्रचार-प्रसार 
स्वच्छ भारत मिशन की गाइड के तहत एडवरटाइजमेंट की अनुमति दी जाएगी। मेयर व निगम कमिश्नर के आदेश पर टेंडर जारी कर दिए गए हैं। इसमें गाइडलाइन तय कर दी जाएगी। इसके बाद विज्ञापन लगाते पाए गए तो कार्रवाई करेंगे। इसमें नियम शर्तों के तहत ही प्रचार-प्रसार कर सकेंगे, इसलिए 81 शौचालय और 275 यूनिरल पर विज्ञापन लगा सकेंगे। 
महेश शर्मा, कार्यपालन यंत्री 
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