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सिरपुर तालाब के कैचमेंट में उग आया अवैध ‘चांद’

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Aug 13 2017 11:34AM | Updated Date: Aug 13 2017 11:34AM
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- विनोद शर्मा

इंदौर। कितने ही सख्त कानून बन जाए और कितने ही सख्ती पसंद अधिकारी इंदौर नगर निगम की कमान संभाल लें, आखिर होगा वही जो भू-माफिया चाहेंगे। इसका ताजा उदाहरण सिरपुर तालाब के कैचमेंट एरिया में आकार ले रही चांद खान ‘चांद साहब’ की अवैध कॉलोनी है। सरकारी सख्ती से बचने के लिए इस कॉलोनी को ऋषि पैलेस का नाम देकर आगे बढ़ाया जा रहा है। आधा दर्जन से अधिक मकान बन चुके हैं। 
मामला सिरपुर स्थित गोंदवले धाम और आकाशनगर के बीच पांच एकड़ से ज्यादा जमीन पर कट रही फर्जी ऋषि पैलेस कॉलोनी का है। चंदननगर निवासी चांद खान और उसके बेटे अनीश द्वारा यहां बड़ी जमीन को कॉलोनी की शक्ल दी जा रही है। कॉलोनी में तीन से चार लाख रुपए की कीमत पर 600 वर्गफीट के प्लॉट बेचे जा रहे हैं। नोटबंदी और मंदी के तहत खरीदारों को छूट भी दी जाती रही है। कॉलोनी काटने का यह सिलसिला जनवरी-फरवरी से जारी है। अब तक करीब दो सौ प्लॉट बेचे जा चुके हैं। 

जितने सख्ती के दावे, उतनी उलटी हकीकत 
सिरपुर का कैचमेंट एरिया ऐसी जगह है जिससे कब्जा या अवैध कॉलोनी मुक्त कराने के लिए निगम के जोनल कार्यालय से लेकर मुख्यालय में बैठे अधिकारियों ने बड़े-बड़े दावे किए लेकिन हकीकत उलटी है। दस्तावेजों के लिहाज से बात करें तो आसपास गुरुशंकर नगर, ऋषि विहार, ऋषि पैलेस, श्रद्धापुरी और आकाशनगर जैसी कॉलोनियां भी तीन साल में कटी हैं। इन्हीं का फायदा चांद खान जैसे लोगों को मिला और उन्होंने मौका मिलते ही कॉलोनी काट दी। 
 
पहले भी जेल जा चुका है चांद खान
जो चांद खान यहां अवैध कॉलोनी काट रहा है वह करीब एक दशक पहले खजराना के सर्वे नं. 132 और 139 की  जमीन ‘जो वक्फ बोर्ड की मालिकी की थी’, पर अवैध कॉलोनी काटने के मामले में जेल भी जा चुका है। हालांकि उसके जेल जाने के बाद अब भी कॉलोनी अस्तित्व में है। बल्कि पूरी तरह बस चुकी है। इससे पहले चंदननगर क्षेत्र में फ्रेंड्स कॉलोनी और अहीरखेड़ी में भी एक कॉलोनी काटी है। 
 
ऐसे दे रहे हैं अंजाम
- चांद खान और उनके बेटे की बैठक कॉलोनी में ही है। वे वहीं प्लॉट का सौदा करते हैं। किस्तों पर प्लॉट देने का भी आॅफर है। इसके लिए 25 से 50 प्रतिशत तक राशि पहले लेते है। इसके बाद टुकड़ों में किस्त बन जाती है। 
- इस काम में निगम की कॉलोनी सेल व संपत्ति कर विभाग का भरपूर साथ है। इसीलिए कॉलोनी को ऋषि पैलेस का नाम दिया है जो क्षेत्र में ही एक दशक पुरानी कटी हुई कॉलोनी का नाम है। अलग-अलग सेक्टर विकसित करने के नाम पर नई कॉलोनी काटी जाती हैं। 
- ऋषि पैलेस गोंदवले धाम मंदिर के पीछे विदुरनगर से लगी है। 
- प्लॉट लेते ही संपत्ति कर जमा करवाना अनिवार्य है। कई रसीदें पुरानी पड़ी है। कार्रवाई होने की स्थिति में चांद खान वही रसीदें दिखाता है ताकि मान लिया जाए कि कॉलोनी पुरानी है। 
 
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