- अनिल धारवा
इंदौर। शहरी सीमा से सटे ग्रामीण अंचलों में बगैर अनुमति के अवैध कॉलोनी काटने का खेल खूब चल रहा है। ऐसे ही एक मामले में प्रशासन ने अवैध कॉलोनी काटने वाले भू-माफियाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। भू-माफियाओं ने कृषि भूमि पर ही लोगों को प्लॉट बेचना शुरू कर दिया था। जांच-पड़ताल के बाद मामले का खुलासा हुआ है।
दरअसल, ग्राम पंचायत बिहाड़िया में राजस्व रिकॉर्ड में राजकुमार के नाम से दर्ज कृषि भूमि सर्वे नंबर 230/1 पर सोमल सोनकर, विकास सोनकर सहित अन्य द्वारा कॉलोनी काटी जा रही थी। इन लोगों ने उक्त जमीन पर मुरम डालकर सड़क तक बना दी थी। सस्ते और किस्तों में लोगों को प्लॉट बेचना शुरू कर दिया था। उक्त जमीन पर कुछ मकान भी बनाए जाने लगे थे। प्रशासन के पास जब शिकायत पहुंची तो मामले में जांच पड़ताल शुरू हुई।
फसल के बजाय मकानों की फसल उगाने की तैयारी
जिस जमीन पर कॉलोनी काटी जा रही थी, वह राजस्व रिकॉर्ड में कृषि भूमि थी, किंतु जब मौके पर राजस्व अमला पड़ताल करने पहुंचा तो वहां मकानों की फसल उगाए जाने की तैयारी थी। इसके लिए भू-माफियाओं ने बाकायदा मुरम डालकर सड़क का आकार दे दिया था। इतना ही नहीं, कच्चे-पक्के पहुंच मार्ग के बीच न तो पानी की सुविधा थी और न ही बिजली के तार। ऐसे ही हालातों में कुछ प्लॉट होल्डरों के लिए र्इंट और सीमेंट की जुड़ाई से मकान खड़े हो रहे थे।
जनहित का नाम देकर काट रहे थे कॉलोनी
प्रशासनिक अमले ने जब मामले की खोज की, तो सामने आया कि इन लोगों ने कुछ समय पहले नायता मुंडला से हटाए गए लोगों को किस्तों में प्लॉट बेचना शुरू कर दिया था। कार्रवाई न हो इसलिए जनहित का नाम दे दिया था। मौके पर अमले को खेत में जगह-जगह प्लाट कटे हुए मिले। इन लोगों ने प्लॉटों के चारों ओर पोल गाड़ रखे थे, जो प्लॉट की सीमा के रूप में थे।
जांच में आया सामने
राजस्व निरीक्षक की जांच रिपोर्ट में सोनकर व मालवीय ने कॉलोनी नहीं काटना बताया। वहीं, आरआई की रिपोर्ट और दस्तावेजों, छायाचित्र के अनुसार बिना भवन अनुज्ञा के दोनों सोनकर व मालवीय प्लॉट विक्रय कर रहे थे। पंचायत राज अधिनियम व ग्राम स्वराज अधिनियम के उल्लंघन के चलते कोमल, विकास सोनकर व सुंदरलाल मालवीय के साथ भूमि स्वामी राजकुमार के विरुद्ध नियमों का उल्लंघन करने का मामला दर्ज करने के लिए पुलिस को पत्र लिखा गया है।
शिकायत सही
बिहाड़िया में अवैध कॉलोनी काटे जाने की शिकायत मिली थी, जांच में शिकायत सही पाई गई। जांच रिपोर्ट के आधार पर अवैध कॉलोनी काटने वालों के खिलाफ पुलिस को एफआईआर दर्ज किए जाने के लिए पत्र लिखा है।
- शालिनी श्रीवास्तव,
एसडीएम, संयोगितागंज