ऋषिराज मिश्रा-
भोपाल। मध्यप्रदेश मिशन 2018 की तैयारियों में लगभग सभी दल जुटे हुए हैं। लेकिन सत्ता दल भाजपा चुनाव की तैयारियों के साथ जिताऊ प्रत्याशी की खोज कर रहा है। भाजपा ऐसे प्रत्याशियों की सूची तैयार कर रही है, जिसका उसके क्षेत्र में अच्छा खासा प्रभाव होने के साथ चुनाव में जीत तय हो। इस मिशन में भाजपा के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) भी काम कर रहा है। सूत्रों के मुताबिक, संघ एक रिपोर्ट तैयार कर रहा है, जिसके तहत कई विधायक और मंत्रियों के टिकट कट सकते हैं।
कार्यकर्ताओं ने भी जताया विरोध
भाजपा के सूत्र बताते हैं कि जबलपुर में हुई संघ, भाजपा और सरकार की समन्वय बैठक में कई विधायकों के साथ मंत्रियों के रिपोर्ट कार्ड पर चर्चा हुई, जिसमें कइयों का क्षेत्र में भारी विरोध पाया गया। क्षेत्र में कार्यकर्ताओं की नाराजगी और विरोध से माहौल खराब है। इसे लेकर विधायकों के प्रति संघ ने भी नाराजी जताई है और वह सरकार से वर्तमान विधायकों का टिकट काटने की सिफारिश कर सकता है।
काम सुधारने के निर्देश
संघ के गढ़ मंदसौर में जिस प्रकार किसान आंदोलन की आग लगी और सरकार को मुसीबतों का सामना करना पड़ा है, उससे संघ सरकार के कई मंत्रियों और विधायकों से नाराज चल रहा है। उसने विधायकों के साथ मंत्रियों को काम सुधारने का निर्देश दिया है।
अन्य संगठन भी नाराज
कई विधायकों से भाजपा के अन्य संगठन भी खासे नाराज हैं। युवा मोर्चा, एबीवीपी, किसान मोर्चा, महिला मोर्चा ने अपने-अपने फीडबैक में विधायकों के साथ मंत्रियों के कामों पर सवाल उठाए हैं। इधर, युवा मोर्चा भी इस बार के चुनाव में युवाओं को टिकट देने पर जोर लगा रहा है। यह वजह है कि वर्तमान विधायकों में अपने टिकट को लेकर खलबली मच गई है।
अमित शाह को सौंपेंगे रिपोर्ट
भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह अगले माह तीन दिन के प्रवास पर मप्र आ रहे हैं। वे यहां सरकार और संगठन के कामों की समीक्षा करेंगे। उनके आने का मुख्य कारण संघ के साथ भाजपा के अन्य संगठनों से रिपोर्ट लेना है। वे विधायकों और मंत्रियों के साथ सांसदों का रिपोर्ट कार्ड भी देंखेगे। संघ के क्षेत्र प्रचारक अरुण जैन अध्यक्ष शाह को विधायकों और मंत्रियों के कामों की रिपोर्ट देंगे। शाह संघ कार्यालय समिधा भी जाएंगे। इसे लेकर संघ ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।