रफी मोहम्मद शेख-
इंदौर। यूनिवर्सिटी में अभी भले ही बीए, बीकॉम व बीएससी सेकंड और फोर्थ सेम की परीक्षाएं चल रही हों, लेकिन इनमें शामिल एटीकेटी वाले करीब 30 हजार विद्यार्थियों का रिजल्ट यूनिवर्सिटी तुरंत घोषित करेगी। ये सिक्स्थ सेमेस्टर पास कर चुके हैं, लेकिन सेकंड या फोर्थ में किसी विषय के रुके होने से अंतिम रिजल्ट घोषित नहीं किया है। यूनिवर्सिटी ने इसी कारण यह प्राथमिकता तय की है। परीक्षा सेंटर वाले कॉलेजों को कहा है कि वे वर्तमान एटीकेटी वाले विद्यार्थियों की कॉपियां अलग से मूल्यांकन सेंटर भेजें। इन कॉपियों के लिए अलग से योजना तैयार की जाएगी। वैसे विवि ने पहचान के लिए इन कॉपियों पर एटीकेटी की सील अलग से लगाना अनिवार्य कर दिया है।
दो दिन में मांगी कॉपियां
एटीकेटी वाली कॉपियों के मूल्यांकन सेंटर में आते ही इन्हें अलग कर तुरंत जंचवाने के लिए प्रोफेसर्स के पास भेजा है। उन्हें अधिकतम दो दिन में इन्हें लौटाने को कहा है। ये कॉपियां इंदौर के प्रोफेसर्स से ही जंचवाई जा रही हैं ताकि मूल्यांकन और फॉलोअप में आसानी हो। सभी पेपर के लिए ये व्यवस्था की गई है।
परीक्षा के साथ ही शुरू प्रक्रिया
प्रक्रिया 18 जून से शुरू हुई परीक्षाओं के साथ ही शुरू कर दी गई है। कुछ पेपर बाकी है जिनके लिए अलग व्यवस्था की गई है। कॉपियां जंचवाने के बाद इनके नंबर चढ़ाने के लिए मूल्यांकन सेंटर भी भेज दिए गए हैं। जैसे-जैसे परीक्षाएं होती जा रही है रिजल्ट तैयार होते जा रहा है। सेकंड और फोर्थ सेमेस्टर की परीक्षाओं का रिजल्ट जुलाई के अंत या अगस्त तक ही आ पाएगा लेकिन एटीकेटी वाले विद्यार्थी को यूनिवर्सिटी में आवेदन करना होगा। इसके दो दिन के अंदर यूनिवर्सिटी उसे उसका इंटरनल रिजल्ट बनाकर दे देगी। सेकंड या फोर्थ सेमेस्टर में एक या दो विषय की परीक्षा देने वाले विद्यार्थियों को इससे तुरंत रिजल्ट मिल जाएगा।
अलग से जंचवा रहे
सेकंड और फोर्थ सेमेस्टर में एटीकेटी वाले विद्यार्थी जैसे ही आवेदन देंगे, हम दो दिन के अंदर उनका इंटरनल रिजल्ट बनाकर दे देंगे। इनकी कॉपियां अलग से जंचवाई जा रही है
- डॉ. अशेष तिवारी, परीक्षा नियंत्रक