रफी मोहम्मद शेख -
इंदौर। मध्यप्रदेश सरकार के उच्च शिक्षा से लेकर अन्य सभी डिपार्टमेंट में नई तकनीक के अंतर्गत ट्रांसफर से लेकर अवकाश तक की सुविधा के लिए इंटीग्रेटेड फाइनेंशियल मैनेजमेंट इन्फरमेशन सिस्टम (आईएफएमआईएस) सॉफ्टवेयर लागू करने के बाद कई गलतियां भी सामने आ रही है। इसमें सेवा में आने की तारीख बदलने के कारण कई कर्मचारियों को काम करते हुए रिटायर कर दिया गया है तो कई की जन्म तारीख व नाम ही बदल दिया गया है। कई महिलाओं को पुरुष बना दिया गया है, जिससे ट्रांसफर में प्राथमिकता बदल जाएगी। अब यह इन्हें बदलवाने के लिए परेशान हो रहे हैं। इसे लागू करने वाला ट्रेजरी डिपार्टमेंट ही केवल इसमें बदलाव कर सकता है।
पिछले माह से लागू किए गए नए सॉफ्टवेयर के डाटा के कारण परेशानियां भी शुरू हो गई है। उच्च शिक्षा विभाग के कॉलेजों के साथ ही अन्य डिपार्टमेंट के कई कर्मचारियों की नौकरी में ज्वाइनिंग और रिटायरर्मेंट की तारीख की गलत इंट्री होने से इस महीने उनकी तनख्वाह रूक गई है। ओल्ड जीडीसी की क्लर्क रेखा गदरे इसमें से एक है। ऐसा कई कर्मचारियों के साथ हुआ है। इनको पहले ही रिटायर कर दिया गया है जबकि यह नौकरी पर मौजूद है।
इंक्रीमेंट से लेकर अन्य तक
कई कर्मचारियों की जन्म तारीख बदल दी गई है। सालों से उनकी सेवा पुस्तिका में जो जन्म तारीख दर्ज थी वो नए सॉफ्टवेयर की इंट्री में गलत दर्ज हो गई है। इससे या तो उनकी नौकरी का समय कम हो रहा है या फिर बढ़ रहा है। इससे उनके इंक्रीमेंट से लेकर रिटायरर्मेंट तक पर प्रभाव पड़ेगा। कई लोगों के नाम की स्पेलिंग में गलतियां है तो किसी के सरनेम में बदलाव हो गया है। उधर कई के माता-पिता के नाम या नॉमिनेशन के नाम भी बदल गए हैं।
ट्रांसफर में पुरुषों का साथ
कई के साथ समस्या दूसरी है। महिला कर्मचारियों के आगे श्री लगाकर या लिंग पुरुष लिख दिया गया है। इससे इनका नाम तो बदल ही गया है। साथ ही उनके साथ नई समस्या यह खड़ी हो गई है कि उनका नाम ट्रांसफर लिस्ट में पुरुषों के समान पहले तय किया जाएगा यानी महिला होने का लाभ उन्हें नहीं मिलेगा। इधर, कई कर्मचारी जिस स्थान पर काम कर रहे थे, उनकी पदस्थापना भी बदल गई है। इससे भी परेशानी हो रही है।
परेशान हो रहे कर्मचारी
कर्मचारी परेशान हैं। कई कर्मचारियों की इस माह वेतन नहीं मिला है। उनके विभागाध्यक्ष मदद नहीं कर पा रहे है, क्योंकि एक बार डाटा डलने के बाद उनके पास इसे बदलने का अधिकार नहीं है। इसे बदलने का अधिकार केवल ट्रेजरी ऑफिसर के पास ही है। अब अधिकारियों के माध्यम से बदलाव के लिए आवेदन भेजे जा रहे हैं।
कर्मचारियों में गंभीरता नहीं
ट्रेजरी के अधिकारियों के अनुसार मामले में कर्मचारियों की ही गलती है। विभाग द्वारा कई माह से बताया जा रहा था कि वो अपना डाटा चेक कर लें कि कही कोई गलती तो नहीं है। कर्मचारियों ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। हमने तो पुराने डाटा को ही नए सॉफ्टवेयर में बदला है। पहले की इंट्री में गलती है तो वह अभी भी होगी। अब कोई इसे बदलवाना चाहता है तो उसे यहां आकर इसका सबूत देना होगा कि सही क्या है और क्यों है।
कई सुविधाएं मिलेंगी
नए आईएफएमआईएस सॉफ्टवेयर के माध्यम से न केवल कर्मचारियों को अपनी सैलेरी से लेकर अवकाश तक की सुविधा ऑनलाइन घर बैठे मिलेगी, बल्कि नागरिक अपनी टैक्स और पेंशनर्स पेंशन भी आॅनलाइन देख सकेंगे। वहीं, अधिकारी अपने डिपार्टमेंट की वित्तीय व्यवस्था से लेकर कर्मचारियों के वित्तीय कंट्रोल तक भी एक क्लिक पर कर सकेंगे। इसके लिए कर्मचारियों को एम्पॉलाई कोड अलॉट किया गया है।
बदलाव केवल हम ही
किसी को समस्या है तो उसे यहां पर आकर इसमें बदलाव करवाना होगा। इसमें उसे अपनी सर्विस बुक या अन्य डॉक्युमेंट की फोटोकॉपी के साथ अपने हेड से प्रमाणीकरण भी लाना होगा। बदलाव केवल हम ही कर सकते हैं।
- जगन्नाथ लखनवी, ट्रेजरी ऑफिसर