विनोद शर्मा-
इंदौर। नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) और सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड (सीपीसीबी) जहां नदियों की सेहत सुधारने के लिए एक के बाद एक गाइडलाइन जारी की जा रही हैं। वहीं खनन माफिया मुरम के लिए गंभीर नदी में सेंध लगाकर बैठ गए हैं।
खनिज विभाग की अनुमति के बिना चिलचिलाती धूप में चोरी-छिपे मुरम खोदने और डंपरों से ले जाने का खेल बदस्तूर जारी है। इस काम में क्षेत्रीय सरपंच और सचिव खनन माफियाओं के साथ हैं, जो किसी के विरोध करने पर कहते हैं कि मुरम सड़क में इस्तेमाल करेंगे, इसमें क्या दिक्कत है।
र्इंट भट्टों के पास चोरी-छिपे खुदाई जारी
मामला इंदौर-अहमदाबाद रोड (एनएच-59) पर गंभीर नदी के किनारे बसे गांव कलारिया का है। यहां नेशनल हाईवे से 350 मीटर दूर र्इंट भट्टों के पास चोरी-छिपे मुरम की खुदाई जारी है। यहां बड़ा हिस्सा खोदा जा चुका है। इस मामले में क्षेत्र के कुछ लोगों ने सप्रमाण खनिज विभाग को शिकायत की। कार्रवाई तो हुई नहीं, किंतु सरपंच-सचिव तक सूचना जरूर पहुंच गई। उनकी तरफ से जवाब मिला, गांव में सड़क बन रही है, यह मुरम वहां इस्तेमाल होगी।
शिकायत पर सक्रिय हुआ खनिज विभाग
पंचायत द्वारा हकाले जाने के बाद मामले की शिकायत खनिज विभाग को की गई। इसके बाद दिन में खुदाई बंद हो गई, किंतु रोजाना रात में खुदाई जारी है। कलारिया से बढ़कर धरनावत तक मामला पहुंच चुका है। शिकायत में खुदाई में इस्तेमाल हुए नावदापंथ के दो डंपर और विसनावदा वाले की जेसीबी का जिक्र भी है।
खुदाई हुई है, इसके प्रमाण मिले हैं
शिकायत मिलने के बाद मौका मुआयना किया है। मौके पर खुदाई होती तो नहीं मिली, किंतु खुदाई हुई है, इसके पुख्ता प्रमाण जरूर मिले हैं। छानबीन जारी है। जल्द ही खुदाई करने वालों को आईडेंटीफाई करके कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
नेहा मीणा, खनिज विभाग