अनिल धारवा/कपिल राठौर -
इंदौर। द्वारकापुरी कॉलोनी में छह प्लॉट को जोड़कर बनाया गया महालक्ष्मी मांगलिक भवन आसपास के रहवासियों के लिए सिरदर्द बना हुआ है। शिकायत के बाद नगर निगम ने कार्रवाई करने संबंधी नोटिस जारी किया, लेकिन इसके कर्ताधर्ता कोर्ट से स्टे ले आए। इसके बाद से निगम अफसरों ने स्टे खारिज कराने में रुचि ही नहीं ली, जिसके चलते यहां होने वाले आयोजन के दौरान बजते तेज गीत-संगीत और पार्किंग को लेकर रहवासी परेशान होते हैं।
यह मांगलिक भवन श्रीकृष्णा तारा पारमार्थिक न्यास द्वारा छह प्लॉट जोड़कर बनाया गया, जो नियमानुसार अवैध है। इसीलिए जांच के बाद निगम ने नोटिस जारी किया था, लेकिन मामला कोर्ट में जाने से कार्रवाई नहीं हो सकी। शिकायतकर्ता के मुताबिक प्लॉट नंबर 1117 से 1122 तक छह प्लॉट पर यह अवैध भवन बना है।
संकरी गली में बने इस मांगलिक भवन में आए दिन आयोजन होते हैं। इससे सबसे ज्यादा परेशानी पार्किंग को लेकर है। समारोह में आने वाले लोग अपने वाहन घरों के सामने खड़े कर जाते हैं, ऐसे में रहवासियों को निकलने की जगह ही नहीं बचती। वे घरों में कैद हो जाते हैं।
समाजहित के लिए बनाई
पहले भी शिकायत हुई थी। निगम के आदेश के खिलाफ हमने स्टे ले रखा है। मामला कोर्ट में है। छह लोगों के प्लॉट पर धर्मशाला समाजहित के लिए बनाई गई, जिसका कमर्शियल टैक्स जमा कराते हैं।
-अशोक कानूनगो, संचालक
महालक्ष्मी मांगलिक भवन
निगम करेगा कार्रवाई
महालक्ष्मी मांगलिक भवन के संबंध में शिकायत आई थी। इस पर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल स्टे के संंबंध में जानकारी नहीं है। यदि स्टे होगा तो निगम उसे खारिज कराने की कार्रवाई करेगा। इसके बाद नियमानुसार मांगलिक भवन पर कार्रवाई की जाएगी।
अश्वनी जनवदे, जोन प्रभारी
हवा बंगला, नगर निगम