20 Apr 2024, 03:54:24 के समाचार About us Android App Advertisement Contact us app facebook twitter android

विनोद शर्मा इंदौर। नगर निगम के अधिकारियों ने कानून-कायदों से किनारा कर बिल्डरों को मनमानी की छूट दे दी है। इसीलिए साई शक्ति कंस्ट्रशन जैसी कंपनी ने साउथ तुकोगंज में 113 फीसदी अवैध निर्माण कर कमर्शियल हाईराइज इमारत ‘फॉर्च्यून एम्बिएंस’ तान दी। तमाम शिकायतों के बाद भी नगर निगम ने कार्रवाई तो दूर, बिल्डिंग की ओर झांका तक नहीं। दस्तावेजों की मानें तो कंपनी को 42,000 वर्गफीट निर्माण की अनुमति मिली थी, जबकि मौके पर निर्माण 90,000 वर्गफीट से ज्यादा है।

मामले का खुलासा महापौर से लेकर मुख्यमंत्री तक पहुंची पूर्व पार्षद व आरटीआई कार्यकर्ता परमानंद सिसोदिया की शिकायत के बाद हुआ। शिकायत के अनुसार, मामला साउथ तुकोगंज स्थित प्लॉट नं. 4/2 का है।

साई शक्ति कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर सेडबैक छोड़कर 21,000 वर्गफीट के इस प्लॉट की टीएनसी (एसपी-194/13/नग्रानि/2014) की गई थी। इस पर नगर निगम ने 24 मीटर ऊंची हाईराइज इमारत की मंजूरी (0001/आईएमसी/जेड11/डब्ल्यू46/2016) 1 जनवरी 2015 को दी थी।

सीढ़ीनुमा हैंगिंग

मौके पर साफ दिखता है कि बिल्डर ने ग्राउंड फ्लोर पर तीन फीट से ज्यादा हैंगिंग किया है। बाद में इसी को आधा मानकर जो अगली स्लैब डाली गई उसमें भी तीन फीट से ज्यादा हैंगिंग है। ऐसा ही उसके ऊपर भी हुआ। नीचे से देखने पर हैंगिंग सीढ़ीनुमा नजर आता है।

ऐसी होगी बिल्डिंग

- सामने का भाग टीबी हॉस्पिटल की ओर रखा गया है। उस तरफ छह शोरूम बनाए गए हैं। इनमें मेजेनाइन फ्लोर भी दिया गया है। इनकी पार्किंग भी सामने होगी।
- पीछे की तरफ (सूर्या होटल के पीछे) छह दुकानें बनाई गई हैं। तीन विजिटर और एक कार्गो लिफ्ट। बेसमेंट पार्किंग में जाने-आने के लिए रैम्प है।
- पहली से लेकर सातवीं मंजिल तक हर फ्लोर पर 400 से 1500 वर्गफीट एरिया के कुल 16 आॅफिस हैं। सात रोड की तरफ और नौ पीछे की तरफ
- ऐसे कुल 112 आॅफिस हैं। 550 से 1900 वर्गफीट तक की छह दुकानें हैं और सात शोरूम।

कीमत के खेल
- जो बिल्टअप एरिया है उससे 30 से 50 प्रतिशत तक सुपर बिल्टअप एरिया चार्ज किया जा रहा है।
- सामने के आॅफिस की कीमत 7500 रुपए/वर्गफीट और पीछे के आॅफिस की कीमत 7000 रुपए/वर्गफीट है।
- सामने वाले शोरूम की कीमत 30,000/वर्गफीट है जबकि दुकानों की 15,000 रुपए/वर्गफीट है।
- बिजली कनेक्शन के लिए 70,000, दुकानों के लिए 1.50 लाख और शोरूम के लिए 2.5 लाख रुपए लिए जा रहे हैं। 2 रुपए/वर्गफीट का मेंटेनेंस शुल्क अलग।

यह मिली थी मंजूरी

नियम-76 के तहत दो बेसमेंट सिर्फ प्लींथ क्षेत्र में पार्किंग के रूप में उपयोग होना है।
ग्राउंड फ्लोर पर 30 प्रतिशत ग्राउंड कवरेज के हिसाब से 6450 वर्गफीट 1.5 एफएआर से 24 मीटर ऊंची इमारत में 10 फीसदी सेडबैक सहित कुल 42,257 वर्गफीट निर्माण मंजूर हुआ था।

इतना अवैध है निर्माण
एमओएस की जमीन पर रैम्प, चढ़ाव और बेसमेंट बना दिए गए।
ग्राउंड फ्लोर पर 10,230 वर्गफीट+मेजेनाइन फ्लोर पर 4,908 निर्माण किया। वहीं पहली मंजिल पर 11,161, दूसरी पर 10,591, तीसरी पर 10,640, चौथी पर 10,640, पांचवीं पर 10,702, छठवीं पर 10,702 और सातवीं मंजिल पर 10,772 वर्गफीट निर्माण हुआ। कुल होता है 90,346 वर्गफीट निर्माण।
पार्किंग के दो बेसमेंट अलग। सातवीं मंजिल पर निर्माण अलग। ऐसा कुल एक लाख वर्गफीट से अधिक निर्माण है।

51.93 करोड़ अलग से कमाएंगे

कुल निर्माण 90,346 वर्गफीट है जबकि मंजूरी 42,257 वर्गफीट की मिली थी। अंतर सीधे 48,089 वर्गफीट का है। इसे यदि बिल्डर की भाषा में 35 प्रतिशत के लिहाज से 16,831 वर्गफीट का सुपर बिल्टअप जोड़कर देखा जाए तो कुल सेलेबल एरिया हुआ 64,920 वर्गफीट जो औसत 8,000/वर्गफीट से बेचकर 51.93 करोड़ वसूलेगी कंपनी।
- परमानंद सिसोदिया, पूर्व पार्षद एवं शिकायतकर्ता

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