अनिल धारवा इंदौर। नियमों को ताक में रखकर बनाई गई एक मल्टी में पांच साल से रहवासी बिजली को तरस रहे हैं, लेकिन बिल्डर स्थायी कनेक्शन देना तो दूर, फ्लैटधारकों की समस्या तक सुनने को तैयार नहीं है। अफसरों को दिखाने के लिए मात्र ट्रांसफॉर्मर के लिए पोल खड़े कर दिए गए हैं। रहवासी अस्थायी कनेक्शन लेकर महंगी बिजली जलाने को मजबूर हैं।
साल 2012 के आसपास आकृति होम डेवलपर्स प्रालि ने ग्राम लिंबोदी स्थित श्रीकृष्ण एवेन्यू (फेस-3) में चार मंजिला इमारत ‘बरसाना धाम’ बनाई थी। कंपनी के डायरेक्टर अरविंद गोयल और ममता सिंघल ने फ्लैट बेचते समय लोगों से अनेक लुभावने वादे किए थे। बातों पर भरोसा कर लोगों ने फ्लैट खरीद लिए, लेकिन पजेशन देने के बाद वादे पूरे नहीं किए। फ्लैटधारकों ने बिल्डर पर अधूरे काम पूरे करने का दबाव बनाया तो बिल्डर ने आश्वासन के सहारे पांच साल निकाल दिए। अब लोगों का आक्रोश फूटा और कलेक्टर पी. नरहरि से शिकायत की। कलेक्टर ने कार्रवाई करने के निर्देश दे दिए हैं।
डीपी के इंतजार में खड़े हैं पोल
बरसाना धाम के फ्लैटधारकों ने गोयल और सिंघल पर दबाव बनाया तो उन्होंने डीपी के लिए पोल खड़े कर दिए और एक ट्रांसफॉर्मर भी लगा दिया, लेकिन कुछ समय बाद उसे हटा दिया गया। इसका फ्लैटधारकों ने विरोध किया तो बिल्डर ने कहा कि वह सुधरने गया है, पर आज तक नहीं लौटा।
गेट के सामने लगा दिए पोल
फ्लैटधारकों ने बताया कि बिल्डर ने डीपी के लिए पोल भी गेट के सामने खड़े कर दिए। उनके विरोध के बाद भी स्थान नहीं बदला गया।
1800 रुपए कर रहे अदा
फ्लैटधारकों ने बताया कि चार मंजिला इस इमारत में 18 परिवार रहते हैं, लेकिन स्थायी बिजली कनेक्शन न होने से सालों से अस्थायी कनेक्शन लेकर बिजली जला रहे हैं। इसके लिए उन्हें 1800 रुपए प्रतिमाह चुकाना पड़ रहे हैं।
सुविधाविहीन है मल्टी
मल्टी में निर्माण कार्य भी नियमों को ताक में रखकर किया गया है। एमओएस तो दूर, मल्टी में हवा और रोशनी के लिए भी स्थान नहीं छोड़ा गया। अधिक मुनाफे के चक्कर में बिल्डर ने नियमों की धज्जियां उड़ा दी हैं। यहां लगी लिफ्ट शोपीस है। चौकीदार के लिए क्वार्टर नहीं है, न सीसीटीवी कैमरे हैं।
हर मल्टी में खामी
आकृति होम डेवलपर्स ने फेस तीन में ऐसी ही आधा दर्जन मल्टी बनाई हैं। इन सभी में खामियां हैं। पहले तो निर्माण में गड़बड़ी और ऊपर से फ्लैटधारकों को सुविधा के नाम पर वादे मिले हैं।
जल्द ही लगा देंगे
ट्रांसफॉर्मर लगाया था, लेकिन गलती से वह कम पावर का आ जाने से हटा दिया गया। मामला प्रक्रिया में है। जल्द ही ट्रांसफॉर्मर लगा देंगे।
- अरविंद गोयल, आकृति होम डेवलपर्स प्रालि