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पुरानी टंकियां खा रहीं धूल, नई बनाने की तैयारी

By Dabangdunia News Service | Publish Date: Jan 28 2017 10:36AM | Updated Date: Jan 28 2017 10:36AM
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कृष्णपाल सिंह  इंदौर। नगर निगम में 29 गांव शामिल हो चुके हैं, जहां पानी पहुंचाने का लक्ष्य तय किया गया है, इसलिए 60 नई पानी की टंकियां बनाने की योजना है। शुरुआती दौर में 20 टंकियां बनाई जाएंगी। इन गांवों के अलावा भी शहर के कई स्थानों पर पानी की टंकियों की जरूरत है।

उधर, शहर के कई स्थानों पर आईडीए व निगम द्वारा करीब तीन से चार साल पहले टंकियां बनाई गई थी, जो आज तक चालू नहीं हो सकीं। सालों से खड़ी टंकियां शो पीस बनकर रह गई। टंकियों में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन बिछाने में निगम और आईडीए गंभीर नहीं है, इसलिए टंकियां धूल खा रही है। इधर, बताया जा रहा है कि आईडीए द्वारा बनाई गई टंकियां निगम को हैंडओवर नहीं की गई हैं, जिसके कारण काम शुरू नहीं हो पाया है।

तालमेल के अभाव में अटकी टंकी
शहर के कई स्थानों पर टंकियां तो तैयार है, किंतु टंकी भरने वाली मुख्य लाइन और डिस्ट्रीब्यूशन लाइन नहीं डल पाई। इस कारण से लोगों के घरों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है, बल्कि जनप्रतिनिधि भी टंकी चालू करवाने में रुचि नहीं दिखा रहे हैं। आईडीए व नगर निगम द्वारा कई स्थानों पर टंकियां बनवाई हैं, किंतु तालमेल के अभाव में अब तक चालू नहीं हो पाई हैं। इसमें स्कीम-134, स्कीम-136, और स्कीम-140, स्कीम-97 पार्ट-1 व पार्ट-2 के साथ ही रेतमंडी की टंकी भी शामिल है। इस तरह बिचौली व नरवल में टंकी बनाई है, जो उद्घाटन के इंतजार में है। 

करोड़ों होंगे खर्च

नरवल में डिस्ट्रीब्यूशन लाइन डालने की जरूरत है। रेतमंडी में मुख्य ट्रंक लाइन ही नहीं डलेगी, बल्कि ये एकमात्र ऐसी टंकी है, जिसे भरने वाली लाइन ही नहीं डली हुई है, इसीलिए पहले इसे डालेंगे और फिर डिस्ट्रीब्यूशन लाइन डाली जाएगी। ये स्थिति ज्यादातर टंकियों में बनी हुई है। इन पर करोड़ों रुपए खर्च कर लाइनें डाली जाएगी तब जाकर सभी टंकियों का इस्तेमाल किया जा सकेगा।

39-39 के दो ग्रुप बनाए

अफसरों की मानें तो जो टंकियों के ग्रुप बनाए गए हैं, उसमें 39-39 टंकियों को शामिल किया गया है। इसमें समूह-1 में 39 और समूह - 2 में भी 39 टंकियां बनकर तैयार हैं। इसमें मुश्किल से 30 से 32 टंकियों को ही पानी सप्लाय होता है। इसके अलावा शाम को सात टंकियों से पानी सप्लाय होता है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है कि पर्याप्त पानी होने के बाद भी इन टंकियों को क्यों शुरू नहीं किया जा रहा है? इसके अलावा जलूद से इंदौर आने वाला पानी केट, एमईएस, महू कैंटोमेंट बोर्ड और राऊ को लाख-लाख लीटर  बंटता हुआ इंदौर पहुंचता हैं।

...ताकि इन टंकियों से कर देंगे सप्लाय शुरू  
टंकियां तैयार हैं, किंतु डिस्ट्रीब्यूशन लाइन नहीं डली है। लाइन बिछाने के इनकी टेस्टिंग की जाएगी, ताकि जनता के लिए लाइन चालू कर सकें। इस बारे में वरिष्ठ अफसरों को अवगत करा दिया है, ताकि लाइन बिछाने का काम तेजी से शुरू हो सके। 
- संजीव श्रीवास्तव,
कार्यपालन यंत्री, नगर निगम

पानी बढ़ेगा तो चालू करेंगे टंकियां
आईडीए द्वारा बनाई गई टंकियां अभी निगम को हैंडओवर नहीं की गई है। ये टंकियां मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। इसमें बचे काम आईडीए करके देगा या फिर निगम को राशि उपलब्ध कराएगा, ताकि काम पूरा किया जाए। हमारी कोशिश है कि जलूद से 45 एमएमडी अतिरिक्त पानी लिया जाए, जिससे इन टंकियों को भरना शुरू कर दिया जाएगा।
बलराम वर्मा, जलकार्य समिति प्रभारी,
नगर निगम

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