सुधीर शिंदे इंदौर। जिस मराठी समाज ने राजेंद्र नगर से बलराम वर्मा को टिकट दिलवाकर निगम तक पहुंंचाया, वो ही वर्मा अब समाज के लिए सिरदर्द साबित हो रहे हैं। राजेंद्र नगर सोसायटी के चुनाव में गैरभाजपाइयों का साथ देकर समाज के लोगों के निशाने पर आए वर्मा को जब उन्हें सालाना जत्रा से दूर किया, तो वर्मा ने संघ की संस्कार भारती शाखा की आड़ लेकर समानांतर जत्रा संस्कार महोत्सव का आयोजन कर दिया।
अब मराठी समाज के तरुण मंच के अध्यक्ष प्रशांत बड़वे द्वारा लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के बेटे मिलिंद महाजन के साथ 25 से 30 जनवरी तक दशहरा मैदान पर जत्रा का आयोजन करेंगे, जबकि वर्मा द्वारा इसी अवधि में अन्नपूर्णा रोड स्थित नटराज नगर में जत्रा संस्कार भारती का आयोजन करेंगे, किंतु संस्कार भारती ने उनके नाम का उपयोग नहीं करने के संबंध में पत्र जारी कर दिया है।
प्रांत की सख्ती, समस्या हुई जगन्नाथ जिले की जिम्मेदारी
वर्मा की करतूत से संस्कार भारती की प्रांतीय इकाई ने किनारा करते हुए पत्र जारी कर दिया, जिसमें प्रांत के महामंत्री योगेंद्र पिपलोदिया ने जगन्नाथ जिला इकाई को निर्देश दिए कि इस आयोजन से कोई संबंध नहीं है। आयोजक संस्कार भारती के बैनर का उपयोग न करें। किसी प्रकार की समस्या होती है, तो जगन्नाथ जिले की जिम्मेदारी होगी।
मराठीभाषियों की मदद से मिला था टिकट, चुनाव भी जीता
निगम चुनाव के समय बलराम हाशिए पर थे, किंतु मराठी भाषियों की मदद से टिकट लेने में ही वे सफल नहीं हुए, बल्कि चुनाव भी जीत गए, किंतु हाल ही में हुए राजेंद्र नगर सोसायटी चुनाव में बलराम ने गैरमराठी और कांग्रेसी संजय मिश्रा का साथ देकर सोसायटी की बागडोर सौंप दी। इससे समाज में नाराजगी है। इसका परिणाम ये हुआ कि समाज ने सालों से जत्रा संरक्षक के पद पर जमे वर्मा को हटाकर ताई के बेटे मिलिंद को काबिज कर दिया। यहां बता दे कि मराठीभाषियों के कहने पर ही ताई ने बलराम को निगम तक पहुंचाया।
अलग सजा ली समाज की जत्रा
मराठीभाषियों द्वारा संरक्षक पद से बेदखल करने के बाद वर्मा ने इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बना लिया, जिसके चलते वे अधिकांश समय अन्नपूर्णा रोड स्थिति नटराज नगर ग्राउंड पर जहां जत्रा का आयोजन में लगे रहते हैं। वहां अब वर्मा ने संस्कार भारती और गैरभाजपाइयों के साथ मिलकर अपनी अलग जत्रा सजा ली, जिसका नाम जत्रा संस्कार महोत्सव दिया।
परंपरा न टूटे इसलिए पहुंचे दशहरा मैदान
समय-समय पर मराठी समाज द्वारा लगाई जाने वाली जत्रा का स्थान अन्नपूर्णा रोड
स्थित नटराज नगर के बड़े मैदान पर होता आ रहा है, किंतु पहली बार आयोजन
को दशहरा मैदान पर शुरू किया जा रहा है, ताकि परंपरा बनी रही।
वक्त के लिए भी मनमानी...
तरुण मंच द्वारा सालों से मराठीभाषियों के लिए गणतंत्र दिवस के आसपास जत्रा का आयोजन किया जाता रहा है। इस साल भी तय समय पर तैयारियां शुरू कर दी थी, किंतु वर्मा एंड कंपनी को इसकी भनक लगते ही उन्होंने वक्त के मामले में भी मनमानी शुरू कर दी, जिसके चलते जत्रा के लिए 25 से 30 जनवरी का चुना। जिस समय समय दशहरा मैदान पर मराठीभाषियों द्वारा जत्रा का आयोजन किया जा रहा है।
ताई का हस्तक्षेप फिर भी मनमर्जी
राजेंद्र नगर के साथ ही आसपास के सभी मराठी भाषी कॉलोनियों के कई लोगों का ताई का सीधा संपर्क है। यही कारण है कि तरुण मंच द्वारा वर्मा को हटाकार ताई के बेटे मिलिंद महाजन को जत्रा में संरक्षक बनाया। इसके बावजूद वर्मा ने क्षेत्र में ही एक और जत्रा का आयोजन कर रहे हैं।