अमरीन खान इंदौर। प्रदेशवासियों की जेब से 14 करोड़ रुपए खर्च करवाने के बाद फिल्म दंगल को टैक्स फ्री किया गया। इस पर शहर के दर्शक भी तीन करोड़ रुपए खर्च कर चुके हैं। 25 दिसंबर को रिलीज हुई यह फिल्म अब चंद दिनों की ही मेहमान है। 24 जनवरी से दो बड़ी फिल्में काबिल और रईस रिलीज हो रही हैं। इसके बाद सिंगल स्क्रिन पर दंगल का कोई शो नहीं होगा। मल्टीप्लेक्स पर सिर्फ एक या दो शो ही दिखाए जाएंगे।
दंगल से पहले अधिक कमाई करने का रिकॉर्ड फिल्म सुल्तान के नाम था। उसने 12 करोड़ का बिजनेस किया था। नोटबंदी के बीच सफलता के झंडे गाड़ने वाली दंगल इकलौती फिल्म है। दंगल ने प्रदेश में पहले सप्ताह साढ़े सात करोड़, दूसरे में चार करोड़, तीसरे में सवा करोड़ और चौथे सप्ताह में 60 लाख रुपए का बिजनेस किया। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शुक्रवार को दंगल देखने के बाद इसे टैक्स फ्री कर दिया।
फिल्म दंगल कुश्ती पर आधारित है, जो हरियाणा के रेसलर महावीर सिंह फोगाट की कहानी है। वे समाज से लड़कर बेटी गीता व बबीता को कुश्ती में उतारते हैं। उस समय कुश्ती पर पुरुषों का एकाधिकार था। पिता के संघर्ष व हौंसले की कहानी को सभी ने सराहा। गीता और बबीता के रूप में देश की हर बेटी को प्रेरित किया।
बड़ी फिल्म न आने का मिला फायदा
फिल्म उद्योग से जुड़े आदर्श यादव कहते हैं, दंगल अब तक सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म बनी है। इसका एक कारण किसी बड़ी फिल्म का रिलीज न होना भी है। हालांकि अब जब इसे टैक्स फ्री किया है तो आम जनता को इसका कुछ ज्यादा लाभ नहीं मिलेगा। बड़ी फिल्में इस सप्ताह प्रदर्शित होने से इसके शो न के बराबर होंगे।
टिकट में अब 10 से 20 प्रतिशत की छूट
एक मल्टीप्लेक्स से मिले आंकड़ें के अनुसार अब तक सबसे ज्यादा 1.2 करोड़ की कमाई की है। टैक्स फ्री करने के बाद टिकट में 10 से 20 प्रतिशत तक की रियायत मिलेगी। उन्होंने माना कि यह निर्णय देरी से लिया गया है।
अब कोई फायदा नहीं
फिल्म वितरक चंदूलाल गोयल ने कहा, दंगल ने चार सप्ताह में तीन करोड़ का बिजनेस किया। इसने बजरंगी भाईजान, बाहुबली, सुल्तान के रिकॉर्ड तोड़े। हालांकि, फिल्म को पहले टैक्स फ्री किया जाता तो आंकड़ां और भी बढ़ता। सिंगल स्क्रीन पर तो कोई टैक्स नहीं होता, लेकिन मल्टीप्लेक्स पर टैक्स होने से दर्शकों की जेब पर मार पड़ी है। अब टैक्स फ्री करने से कोई फायदा नहीं।
तो जेब में ही रहते दो करोड़ रुपए
फिल्म ने प्रदेशभर से 14 करोड़ रुपए कमाए। मनोरंजन कर 20 प्रतिशत है। सिंगल स्क्रीन को इससे छूट दी गई है। करीब 10 करोड़ रुपए मल्टीप्लेक्स का बिजनेस है। यदि शुरुआत में टैक्स राहत मिलती तो करीब दो करोड़ रुपए लोगों की जेब में बचते। इन दो करोड़ रुपए से दो लाख लोग फिल्म देख सकते थे।