रफी मोहम्मद शेख इंदौर। कॉलेज और यूनिवर्सिटी में असिस्टेंट प्रोफेसर व लेक्चरर की भर्ती के लिए जरूरी स्टेट एलिजिबिलिटी टेस्ट (सेट) में मुख्य पेपर तो तय किए गए सभी स्थानों पर होगा, लेकिन चुने गए विषयों की परीक्षा केवल दो केंद्र इंदौर व भोपाल में ही होगी। सेट में पहली बार अभ्यर्थियों को दो दिन परीक्षा देना होगी। इससे उन्हें मुख्य परीक्षा के पेपर के बाद दूसरे पेपर की परीक्षा देने इंदौर या भोपाल ही आना पड़ेगा।
यह परीक्षा प्रदेश में 12 साल बाद होने जा रही है। परीक्षा नियंत्रक डॉ. आरआर कान्हौरे ने बताया, मप्र लोक सेवा आयोग द्वारा 19 विषयों में ली जा रही इस परीक्षा के लिए सात केंद्र तय किए हैं। इसमें इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर, उज्जैन, सागर और सतना शामिल हैं। मुख्य पेपर सभी सेंटर पर होंगे। इसमें 46565 अभ्यर्थी शामिल होंगे।
नेट में पेपर एक ही शहर, एक ही केंद्र और एक ही दिन में होते हैं
दो शहरों में कई केंद्र
इसके बाद होने वाले संबंधित विषयों के दो पेपर सिर्फ इंदौर और भोपाल में ही होंगे। यहां पर कई केंद्र बनाए जाएंगे। चूंकि परीक्षार्थियों की संख्या विषय के अनुसार कम होती चली जाएगी, इसलिए केवल दो शहरों में ही परीक्षा ली जाएगी, जबकि विद्यार्थियों से परीक्षा के लिए प्राथमिकता आॅनलाइन आवेदन के माध्यम से तय करवाई गई थी।
एक शहर का करना होगा चयन
इससे साफ है कि अपने-अपने क्षेत्र के शहरों में पहले पेपर की परीक्षा देने के बाद अभ्यर्थियों को बाकी पेपर की परीक्षा देने इंदौर या भोपाल आना होगा। सामान्यत: नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) की परीक्षा में तीनों प्रश्न-पत्र एक ही शहर, एक ही केंद्र और एक ही दिन में होते हैं। जबकि सेट के लिए अलग फॉरमेट अपनाया जाएगा।
व्यवस्थाएं भारी पड़ेगी
विषयों की परीक्षा के लिए केवल दो ही केंद्र बनाने के पीछे विद्यार्थियों के कम होने की बात सामने आ रही है। एमपीपीएससी ने प्रत्येक परीक्षा के लिए नई व्यवस्थाएं की हैं। इसमें डिप्टी कलेक्टर से लेकर पुलिस अधिकारियों व आॅब्जर्वर की नियुक्ति की जाती है। वहीं, डाटा की सुरक्षा से लेकर अन्य तैयारियां भी करना होती है।
घोषणा बाद में
परीक्षा का टाइम-टेबल और फॉरमेट तय किया जा रहा है। संभवत: मेन पेपर सभी केंद्रों पर होंगे, जबकि दूसरे पेपर के लिए इंदौर-भोपाल सेंटर रहेंगे। अंतिम रूप से तय करने के बाद इसकी घोषणा की जाएगी।
- डॉ. संध्या भार्गव,
परीक्षा नियंत्रक - सेट, एमपीपीएससी