कृष्णपाल सिंह इंदौर। शहरी सरकार यानी नगर निगम संपत्तियों की गड़बड़ी पर सख्ती से कार्रवाई कर राशि वसूल रही है। लेकिन इस मामले में सायाजी होटल के प्रति उसका रुख बदला-बदला है। उसने सायाजी को ‘वीआईपी’ बना दिया है। टैक्स चोरी के बाद पांच गुना पेनल्टी लगाने के बावजूद उस पर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।
1.20 लाख वर्गफीट की गड़बड़ी की थी
होटल 202962 वर्गफीट के हिसाब से संपत्तिकर भर रहा था, लेकिन जब निगम के अफसरों ने जांच की आंकड़ा 320718 वर्गफीट का मिला। इसका मतलब होटल 1.20 लाख वर्गफीट की टैक्स चोरी कर रही थी।
एक को छोड़ 90 पर कार्रवाई
निगम अफसरों ने शहर के 90 स्थानों पर कार्रवाई कर संपत्तियों की जांच की थी। इनमें गड़बड़ी मिलने पर निगम ने पांच गुना पेनल्टी लगाकर पांच करोड़ रुपए वसूले थे, लेकिन वे सायाजी होटल पर हाथ डालने से कतरा रहे हैं। होटल से पेनल्टी वसूली के लिए एक समिति भी बना दी है, लेकिन सालभर बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। समिति ने बैठक बुलाना भी उचित नहीं समझा।
निगम इन पर कर चुका है कार्रवाई
> रैंकर्स पॉइंट मनोरमागंज
> मयूर हॉस्पिटल
> स्टेट बैंक स्कीम-54
> राजपाल अभिकरण
> कीमती गार्डन
> डीमार्ट
> ओशियन मोटर्स
> ग्रेटर कैलाश हॉस्पिटल
> सिका स्कूल
> मंगल सिटी मॉल
> दिल्ली पब्लिक स्कूल
बैठक कर जल्द लेंगे निर्णय
सायाजी होटल को लेकर जल्द ही निर्णय ले लिया जाएगा। अफसरों से भी बात की है। अब जल्द ही कमेटी की बैठक बुलाएंगे। - सूरज कैरो, राजस्व समिति प्रभारी, नगर निगम
निर्णय के बाद कार्रवाई
निगम द्वारा विभिन्न स्थानों पर संपत्तिकर की जांच कर गड़बड़ी मिलने पर पांच गुना पेनल्टी लगाई गई। इससे अब तक करीब पांच करोड़ की राशि जमा हुई है। अब जो राशि जमा नहीं कर रहा है उन्हें नोटिस जारी कर रहे हैं, जबकि सायाजी होटल का मामला कमेटी में है। इसीलिए कमेटी के निर्णय के बाद ही कार्रवाई कर सकेंगे।
- देवेंद्रसिंह, अपर आयुक्त,
नगर निगम